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बड़ा खुलासा : आतंकियों को छुपाने के लिए DSP देविंदर सिंह ने बनवाए थे 3 घर

हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के आतंकियों के साथ पकड़े गए जम्‍मू-कश्‍मीर के गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है.

Updated on: 23 Jan 2020, 12:25 PM

नई दिल्‍ली:

हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के आतंकियों के साथ पकड़े गए जम्‍मू-कश्‍मीर के गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह (DSP Davinder Singh) से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. NIA (राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी -National Investigation Team) सूत्रों की मानें तो पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि देविंदर सिंह ने आतंकियों को छुपाने के लिए तीन मकान बनवा रखे थे. इस खुलासे के बाद एक दिन पहले बुधवार को श्रीनगर में कई इलाकों में छापेमारी की गई. अभी देविंदर को दिल्ली नहीं लाया गया है.

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बताया जा रहा है कि देविंदर ने श्रीनगर के इंदिरानगर स्‍थित घर पर ही आतंकियों के रहने का इंतजाम नहीं किया था, बल्कि चानपोरा और सनत नगर इलाकों में भी उनके रहने के इंतजाम किए थे. यह भी कहा जा रहा है कि ये घर निर्दोष लोगों को आतंकवाद में फंसाकर उनसे वसूले गए पैसे से खड़े किए गए थे. आतंकियों को छुपाने के लिए देविंदर गुलशन नगर में एक डॉक्टर के घर का भी इस्तेमाल करता था. इसी जगह उसने हिजबुल कमांडर नवीद समेत कई आतंकियों को ठहराया था.

यह भी कहा जा रहा है कि 1997 में देविंदर ने अमूल बटर का एक ट्रक चोरी किया था. ट्रक जम्मू-कश्मीर के तत्‍कालीन उप मुख्यमंत्री ग़ुलाम मोहिदिन शाह के परिवार का था. इसमें मुकदमा भी दर्ज हुआ था, लेकिन DSP दविंदर सिंह के तब के बॉस ने उसे बचा लिया था.

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देविंदर सिंह को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है. कहा जा रहा है कि 1992 में ट्रक में ड्रग्स की खेप बरामद करने के साथ तस्कर भी दबोचा गया था. आरोप है कि तब पैसे लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया था और ड्रग्‍स भी बेच दी गई थी. जांच के बाद देविंदर को सस्पेंड कर दिया गया था. बाद में माफी मांगने के बाद उसे बहाल किया गया था.