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डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह का था कोर्ट से भागने का प्लान, कोर्डवर्ड के तौर पर दिखाई गई थी लाल बैग

सोशल मीडिया में ये बात वायरल है। दावा किया जा रहा है कि गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट के फैसले से पहले ही कोर्ट से भागने का प्लान बना लिया था।

Updated on: 03 Sep 2017, 02:49 AM

highlights

  • हरियाणा पुलिस के मुताबिक सूटकेस दिखाना हिंसा शुरू करने का कोडवर्ड था
  • कई और कोड बनाए गए थे, हिंसा के लिए यूथ ब्रिगेड को किया गया था तैयार
  • फैसले से पहले पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में हुई थी मीटिंग

नई दिल्ली:

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह पर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।

अब जाकर एक और बात सामने आई है कि कोर्ट से दोषी ठहराए जाने के बाद वह भागने की फिराक में था।

इसकी बकायदा पहले से तैयारी भी कर ली गई थी। गुरमीत की तैयारी पूरी थी कि कोर्ट का शिकंजा कसने के बाद वह फरार हो सकें। 

सोशल मीडिया में ये बात वायरल है। दावा किया जा रहा है कि गुरमीत राम रहीम ने कोर्ट के फैसले से पहले ही कोर्ट से भागने का प्लान बना लिया था। 

क्या लाल बैग था गुरमीत का कोडवर्ड

सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो के जरिए उस साजिश की कड़ियों को जोड़ा जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि बाबा ने एक खास कलर की सूटकेस दिखाकर अपने समर्थकों को हिंसा के लिए उकसाया, ताकि वो हिंसा का फायदा उठाकार कोर्ट से फरार हो सकें।

वीडियो में गुरमीत वहां मौजूद अपने समर्थकों को कुछ इशारा करते नजर आ रहे हैं और हनीप्रीत सूटकेस दिखाती हैं। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में रेप के दोषी गुरमीत राम रहीम को भगाने की गहरी साजिश छुपी है।

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बताया जा रहा है कि सूटकेस को दिखाकर राम रहीम ने अपने खास कमांडोज को एक इशारा दिया, जिसके बाद कमांडोज ने समर्थकों को कॉल कर दंगा कराने की साजिश पर काम करने के लिए कहा।

क्या है लाल बैग की सच्चाई

अब ये बात सामने आई है कि गुरमीत को दोषी ठहराए जाने के बाद हिंसा उनके समर्थकों का रिएक्शन भर नहीं था बल्कि इसके पीछे पूरी प्लानिंग थी। इस हिंसा की साजिश के तार हरियाणा से लेकर पंजाब तक फैले हुए थे।

इसके लिए डेरा समर्थकों ने एक कथित यूथ ब्रिगेड तैयार की थी जो अलग अलग शहरों में हिंसा फैला सके। यहां तक कि उन्होंने बवाल मचाने के लिए सीक्रेट कोड वर्ड भी तैयार किए थे।

पंजाब के संगरूर पुलिस के मुताबिक डेरा से जुड़े कुछ कथित गुंडों ने गुरमीत राम रहीम पर फैसला आने से 15 दिन पहले से ही उपद्रव की तैयारी शुरू कर दी थी। उनकी साजिश थी कि अगर अदालत ने गुरमीत के खिलाफ फैसला सुनाया तो पंजाब में बवाल मचाया जाए।

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इसके लिए युवाओं का एक दस्ता तैयार किया गया था जिसे 'ए' टीम का नाम दिया गया था। संगरूर पुलिस ने इस आरोप में 48 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। एक महिला समेत 23 लोगों को अरेस्ट भी किया गया है।

डेरा से जुड़े कुछ लोगों ने 25 अगस्त से पहले पंजाब के कई शहरों में घूम कर मीटिंग की थी और अपने समर्थकों को निर्देश दिए थे अगर फैसला हक में नहीँ आया तो हिंसा फैलाई जाए।

पंजाब पुलिस के मुताबिक हिंसा की आग भड़काने की तैयारी कर रहे डेरा समर्थकों ने बड़े शातिर तरीके से कोर्डवर्ड तैयार किए थे। एक कोडवर्ड था, 'सब्जी तैयार है...परोसनी है।' जबकि दूसरा कोडवर्ड था-- 'लेबर तैयार है, नींव उखाड़नी है।'

ये कोडवर्ड आम बोलचाल की इस तरह तैयार किए गए थे ताकि किसी को शक नहीं हो। हरियाणा पुलिस के अनुसार सूटकेस दिखाने का मतलब था हिंसा शुरु करने का इशारा। राम रहीम की सुरक्षा में तैनात 7 कमांडोज की गिरफ्तारी के बाद उनसे हुई पूछताछ में इस साजिश का खुलासा हुआ है।

हरियाणा पुलिस ने ये भी बताया कि वीडियो में गुरमीत और हनीप्रीत की एक-एक हरकत, उसी साजिश का हिस्सा था।

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