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देवरिया शेल्टर होम कांडः कई लड़कियां अब भी गायब, आज आएगी जांच रिपोर्ट

जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने के बाद साल 2017 में ही शेल्टर होम का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था।

Updated on: 07 Aug 2018, 09:45 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के देवरिया के नारी संरक्षण गृह में महिलाओं और बच्चियों से साथ रेप मामले की जांच रिपोर्ट आज आएगी। हालांकि अभी तक इस मामले में गायब लड़कियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। सोमवार रात शेल्टर होम को सील कर दिया गया है। शेल्टर को चलाने वाले पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि पिछले करीब एक साल से यह सेंटर अवैध रूप से चलया जा रहा था।

जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने के बाद साल 2017 में ही इस संस्था का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान के नाम से चल रहे इस शेल्टर में अनियमितताओं के कारण इसका आर्थिक अनुदान रोक दिया गया था।

कैसे हुआ मामले का खुलासा

मामले का खुलासा तब हुआ जब सोमवार की सुबह एक लड़की किसी तरह वहां से भागकर थाने पहुंची। वहां पहुंचकर लड़की ने जब अपनी आपबीती सुनाई तो वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए।

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लड़की के बायन के बाद मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान पर छापेमारी की गई जिसमें 42 लड़कियों में से 24 लड़कियों को छुड़ाया गया। संस्था की संचालिका, उसके पति और बेटे को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।

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संस्था के रजिस्टर में 42 लड़कियों का नाम दर्ज है लेकिन 24 लड़कियां ही वहां पाई गई थी। फिलहाल पुलिस को गायब लड़कियों के बारे में कोई भी सुराग नहीं मिल पा रहा है।

डीएम का हुआ तबादला

मामला सामने आने के बाद जिलाधिकारी (डीएम) सुजीत कुमार को हटा दिया गया है और उनकी जगह एटा के जिलाधिकारी को वहां का डीएम बनाया गया है। कांड सामने आने के बाद सोमवार को दो आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया।

विपक्ष हुआ हमलावर

वहीं इस मामले पर मायावती और अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। मायावती ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा, 'बीजेपी शासित राज्यों में जंगलराज है तथा कानून-व्यवस्था की तरह महिला सुरक्षा एवं सम्मान भी बीजेपी की प्राथमिकता में नही है। यह पूरे देश के लिए शर्म एवं चिंता का विषय है।' 

वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि नारी संरक्षण केंद्र से भी यौनाचार की खबर ने साबित कर दिया है कि सत्ताधारियों के लिए नारी सुरक्षा का विषय सिर्फ प्रचार है।

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उन्होंने कहा, 'बिहार के बाद अब यूपी के देवरिया में स्थगित मान्यता वाले नारी संरक्षण केंद्र से भी यौनाचार की खबर ने साबित कर दिया है कि सत्ताधारियों के लिए नारी सुरक्षा का विषय सिर्फ प्रचार का विषय है। सत्ताधारियों को बताना ही होगा कि जहां-जहां उनकी सरकारें हैं, वहां-वहां ऐसा क्यों हो रहा है'