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दंगे जिंदगी का हिस्सा है, होते रहते हैं, दिल्ली हिंसा पर हरियाणा के मंत्री का बयान

एक तरफ दिल्ली हिंसा को लेकर बवाल मचा हुआ है वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका मानना है के ऐसे दंगे होना आम बात है.

Updated on: 27 Feb 2020, 02:32 PM

नई दिल्ली:

एक तरफ दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) को लेकर बवाल मचा हुआ है वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका मानना है के ऐसे दंगे होना आम बात है. हरियाणा के मंत्री रंजित चौटाला (Ranjit Chautala) का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि दंगे जिंदगी का हिस्सा हैं जो होते रहते हैं. रंजित चौटाला ने अपने बयान में कहा, दंगे तो होते रहते हैं. पहले भी हो ते रहे हैं, ऐसा नहीं है. जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई थी तब भी दिल्ली  जलती रही थी, ये जिंदगी का हिस्सा है जो होते रहते हैं.

बता दें, दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या 34 हो गई है. इसी बीच एक 8वीं क्लास की छात्रा के लापता होने की खबर भी सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा (Delhi Violence) के बीच खजूरी खास इलाके में तीन दिन पहले परीक्षा देने के लिए स्कूल गई 13 वर्षीय लड़की लापता है. पुलिस ने बुधवार को बताया कि आठवीं कक्षा की छात्रा सोनिया विहार (Sonia Vihar) में अपने माता-पिता के साथ रहती है और वह सोमवार को सुबह अपने घर से करीब 4.5 किलोमीटर दूर अपने स्कूल गई थी लेकिन तब से लौटी नहीं. रेडीमेड कपड़ों का कारोबार करने वाले उसके पिता ने कहा, ‘मुझे शाम 5:20 बजे उसे स्कूल से लेने जाना था. लेकिन मैं हमारे इलाके में चल रही हिंसा में फंस गया. तब से मेरी बेटी लापता है.'

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छात्रा की गुमशुदगी दर्ज

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘‘गुमशुदगी’’ की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और लड़की की तलाश चल रही है. मौजपुर के विजय पार्क निवासी एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि दो दिन से शिव विहार के एक घर में फंसे उनके परिवार के सदस्यों से मंगलवार रात से कोई संपर्क नहीं हो पाया है. 70 वर्ष की आयु के आसपास के मोहम्मद सबीर ने कहा, ‘‘मेरा मदीना मस्जिद के पास शिव विहार में भी एक मकान है. मेरे दो बच्चे वहां रहते हैं, दो यहां विजय पार्क में मेरे साथ रहते हैं. इलाके में हिंसा के कारण मेरा उनसे संपर्क नहीं हो सका और गत रात से उनसे कोई संपर्क नहीं है.’’

पुलिस से मदद की अपील

उन्होंने कहा, ‘उन्होंने कल मुझे घर को भीड़ द्वारा घेरे जाने के बारे में बताया था और वे भाग निकले लेकिन मुझे मालूम नहीं है कि अब वे कहां हैं. इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है और पुलिस से मेरी अपील है कि कृपया हमारी मदद कीजिए.’

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मौजपुर, जाफराबाद, चांदबाग, घोंडा समेत उत्तरपूर्वी दिल्ली के आवासीय इलाकों में सोमवार से हो रही हिंसा में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक घायल हो गए हैं. दंगाग्रस्त इलाकों में सड़कों पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बल के कर्मी मौजूद है जिससे बुधवार को कुछ हिस्सों में अजीब से खामोशी छाई रही लेकिन लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है.