logo-image

रक्षाबंधन पर मुस्लिम महिलाओं के राखी बांधने पर नाराज देवबंद ने जारी किया फरमान

रक्षाबंधन के त्योहार पर यूपी पुलिस को मुस्लिम महिलाओं के राखी बांधन से नाराज होकर मुस्लिमों के धार्मिक संगठन देवबंद के उलेमाओं ने ऐसी महिलाओं के खिलाफ फरमान जारी कर दिया है

Updated on: 28 Aug 2018, 01:48 PM

नई दिल्ली:

रक्षाबंधन के त्योहार पर यूपी पुलिस को मुस्लिम महिलाओं के राखी बांधन से नाराज होकर मुस्लिमों के धार्मिक संगठन देवबंद के उलेमाओं ने ऐसी महिलाओं के खिलाफ फरमान जारी कर दिया है और उन्हें तौबा करने की हिदायत दी है।

इस फैसले को लेकर देवबंद ने कहा है कि इस्लाम में गैर मर्द को छूना या बिना पर्दे के उसके सामने जाना नाजायज है। ऐसे में राखी बांधना एक तरीके से गैर इस्लामिक है।

दरअसल 26 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर यूपी पुलिस के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने सौहाद्र और लोगों के बीच पुलिसम में भरोसा कायम करने के लिए आसपास की महिलाओं से राखी बंधवा कर उन्हें भरोसा देने को कहा था।

और पढ़ें: केरल आपदा राहत में जुटे जवानों के लिए छात्रों ने बनाई 20 फीट लंबी राखी

इसी क्रम में यूपी समेत देश के कई हिस्सों में मुस्लिम महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में पुलिसवालों के साथ ही कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी राखी बांधी जिससे देवबंद नाराज हो गया है।

और पढ़ें: आजादी से पहले जब बंट गया था बंगाल, राखी के धागे ने किया था एक, पढ़ें इतिहास

इस लेकर देवबंदी मुफ्ती अहमद ने कहा कि इस्लाम मुस्लिम महिलाओं को राखी बांधने की इजाजत नहीं देता है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने दलील दी कि राखी बांधने के लिए महिलाओं को इस्लाम धर्म की सबसे बड़ी नियामत पर्दे से बाहर निकलना पड़ता है और गैर मर्द को छूना पड़ता है जो नाजायज है।