logo-image

राजस्थान के 22 जिलों में पहुंचा कोरोना, ये 7 जिले बने हॉटस्पॉट

राजस्थान में लगातार कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण कोहराम मचा है. 33 में से 22 जिले संक्रमित हैं. 7 जिले कोरोना के हॉट स्पॉट बने हुए हैं. 328 कोरोना पॉजिटिव हैं जिनमें से 6 की मौत हो गई है. आइए जानते हैं प्रदेश के सात हॉटस्पाट जिलों के बारे में.

Updated on: 07 Apr 2020, 05:58 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान में लगातार कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण कोहराम मचा है. 33 में से 22 जिले संक्रमित हैं. 7 जिले कोरोना के हॉट स्पॉट बने हुए हैं. 328 कोरोना पॉजिटिव हैं जिनमें से 6 की मौत हो गई है. आइए जानते हैं प्रदेश के सात हॉटस्पाट जिलों के बारे में. एक जिले में तो डॉक्टरों से ही बाकी लोग कोविड-19 (Covid-19) मरीज बन गए हैं.

बीकानेर

27 डॉक्टर-नर्स समेत 55 लोग खतरे में हैं. करीब 80 लोगों को क्वारेनटाइन किया गया है. तेली-लौहारान मोहल्ले की 60 वर्षीय दिव्यांग महिला की पीबीएम अस्पताल में मौत
के बाद उसकी रिपोर्ट पॅाजिटिव आई तो हड़कंप मच गया. उनके संपर्क में 27 डॉक्टर-नर्स थे. इसके अलावा लौहारान मोहल्ला के रिश्तेदार और संपर्क वाले 55 लोगों की जान खतरे में हैं. करीब 80 लोगों को क्वारेन्टाइन किया है. इस कारण शहर के बीच स्थित यह मोहल्ला और आसपास के तीन किमी में कर्फ्यू लागू है.

जोधपुर

यहां करीब 27 कॉलोनियां हाईरिस्क पर हैं. जोधपुर में नागौरी गेट में एक 27 साल की युवती अहमदाबाद से आने के बाद पॉजिटिव पाई गई है. उनके संपर्क में आने वाले 6 लोग
और पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके बाद यह इलाका हाटस्पॉट बन चुका है. इसी तरह एक 65 साल के व्यक्ति के बिना किसी पॅाजिटिव के संपर्क में आए संक्रमित होने पर मसूरिया
और आसपास की 27 कॉलोनी कर्फ्यू में हैं. केके कॉलोनी कूड़ी भगतासनी में भीलवाड़ा से एक महिला के पहुंचने से दो लोगों में कोरोना मिला है. लंदन से लौटे दो युवकों के कारण
चार को संक्रमण हुआ है. लिंक रोड को हाई रिस्क जोन घोषित किया गया है.

भीलवाड़ा

बांगड़ अस्पताल के एक डॉक्टर ने ही 26 लोगों को मरीज बनाया है. बांगड़ अस्पताल भीलवाड़ा का अकेला हॉट स्पॉट बना हुआ है. इसी अस्पताल के डॉक्टरों, नर्स, कर्मचारी आदि से
संक्रमण फैला. सऊदी अरब के लोग इस अस्पताल के डॉक्टर के घर आए थे. उनसे डाक्टर में और डाक्टर से अन्य स्टाफ में फैलते हुए कोरोना ओपीडी तक पहुंच गया.

कोटा

पिछले 37 दिन से कोटा शांत था. अब एक ही दिन के अंदर 10 मामले आ गए हैं. अचानक एक बुजुर्ग की मौत ने कई की जान खतरे में डालकर मुख्य सिटी के बीच के इलाके को
हाट-स्पॉट बना दिया. मुख्य रेलवे स्टेशन के पास तेल घर इलाके के एक व्यक्ति की रविवार सुबह मौत हुई और सोमवार को उसकी कोरोना पॅाजिटिव रिपोर्ट आई तो डाक्टरों से लेकर
लोगों में हड़कंप मच गया. उनके परिवार के नौ लोग पॉजिटिव मिल चुके हैं. उनसे पिछले कुछ दिन में ही 60 लोग मिल चुके हैं.

झुंझुनूं

यहां 3 इलाके सर्वाधिक संवेदनशील. यहां 23 मरीज मिले हैं. इटली के पर्यटकों के मंडावा से होकर निकलने से बाद से ही मंडावा, गुढ़ागौड़ जी और खेतड़ी हॉट स्पॉट बने हुए हैं. इन
तीनों इलाकों से 19 पॉजिटिव मिले हैं. खेतड़ी से चार पॉजिटिव आने से तांबा नगर के नाम से प्रसिद्ध इलाके में खौफ है. मंडावा और गुढ़ागौड़ जी के लोगों को पर्यटकों से संक्रमण
संभव है. कुछ लोग मिडल ईस्ट से भी आए. तब्लीगी जमात के भी लोग यहां मिले हैं. इन्हें मिलाकर 23 लोगों के संक्रमण से करीब 400 लोगों को होम आइसोलेशन या क्वारेन्टाइन
किया गया है.

जयपुर

ओमान से लौटे एक व्यक्ति ने 92 लोगों में कोरोना वायरस बांटा है. जयपुर के रामगंज के एक युवक के ओमान से आने के बाद 17 मार्च से 24 मार्च तक वह क्वारेन्टाइन में नहीं
रहा और संक्रमण फैलाता रहा. अब तक उसी के कारण 92 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इन 90 ने आगे किन-किनको संक्रमित किया, इस दायरे में 2.6 लाख लोग बताए जा रहे हैं. इस कारण रामगंज अकेला हॉट स्पॉट बन चुका है. इसने रामगंज के पांच किमी के चारदीवारी को महाकर्फ्यू की तरफ धकेल दिया है. इसमें तबलीग के कुछ लोग भी शामिल हैं.

टोंक

तब्लीगी जमात के लोगों से ही यहां पहली बार संक्रमण पहुंचा. सारा संक्रमण तब्लीगी जमात के लोगों के टोंक पहुंचने से फैला. अब तक 20 लोग पाजिटिव सामने आए. इनमें 13
तब्लीगी जमात के ही हैं. 5 उनके परिजन या जानकार हैं. टोंक का नोसे मियां का पुल, धन्ना तलाई और रजबन इलाका हॉट स्पॉट बना हुआ है. इन्हीं इलाकों में तबलीगी जमात के
लोग आए और परिजन या मिलने वालों में संक्रमण फैलाया. अब तक टोंक में 143 लोगों को क्वारैन्टाइन किया गया है.