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क्वारंटाइन होम्स (Quarantine Homes) में अब नंगा नाच नहीं कर पाएंगे कोरोना संदिग्ध (Corona Suspect) तबलीगी, सख्त हुआ पुलिस का पहरा

कोरोना संक्रमित संदिग्ध तबलीगी अब क्वारंटाइन सेंटर्स में सिकुड़-सिमट कर रहेंगे. अब वे नर्सों और डॉक्टरों के ऊपर थूकने की हिमाकत नहीं करेंगे. न ही महिला नर्सिंग स्टाफ के सामने नंगा नाच करके बीड़ी-सिगरेट पीने की कोशिश करेंगे.

Updated on: 04 Apr 2020, 07:23 AM

गाजियाबाद:

कोरोना संक्रमित संदिग्ध (Corona Suspect) तबलीगी अब क्वारंटाइन सेंटर्स (Quarantine Centers) में सिकुड़-सिमट कर रहेंगे. अब वे नर्सों और डॉक्टरों के ऊपर थूकने की हिमाकत नहीं करेंगे. न ही महिला नर्सिंग स्टाफ के सामने नंगा नाच करके बीड़ी-सिगरेट पीने की कोशिश करेंगे. अगर ऐसा करने की जुर्रत की तो, इनसे अब सीधे पुलिस निपटेगी. फिलहाल इसकी सबसे पहले शुरुआत देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले से हो रही है.

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शुक्रवार रात आईएएनएस से बात करते हुए यह जानकारी गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने दी. उन्होंने कहा, "क्वारंटाइन और आइसोलेशन सेंटर्स की सुरक्षा की जरूरत महसूस हुई थी. दो दिन पहले ही जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों ने एक शिकायत की थी. शिकायत में कहा गया था कि जिले में स्थित एमएमजी राजकीय अस्पताल में कई संदिग्ध कोरोना संक्रमित भर्ती हैं. इनमें कुछ दिल्ली के निजामुद्दीन तबलीगी जमात मुख्यालय की यात्रा से लौटे संदिग्ध भी हैं."

शिकायत में महिला नसिर्ंग स्टाफ ने कहा था कि कई तबलीगी कोरोना संदिग्ध वार्ड में अश्लील डांस करते हैं. अश्लील गाने महिला स्टाफ के सामने गाते हैं. उन्हें डाक्टर्स और नसिर्ंग स्टाफ जो कहता है वो उसे नहीं मानते हैं. वार्ड में इधर उधर थूकते हैं. एसएसपी के मुताबिक, शिकायत में कहा गया था कि, कई संदिग्ध कोरोना संक्रमित तबलीगी बीड़ी-सिगरेट जैसे नशीले पदार्थों की भी डिमांड करते हैं.

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एसएसपी ने इस शिकायत की जांच 2 अप्रैल को गाजियाबाद एसपी सिटी मनीष मिश्रा और एडीएम शैलेंद्र सिंह की संयुक्त टीम से कराई थी. आरोप सही पाये गये. इसके बाद थाने में आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करा दिया गया था.

एसएसपी के मुताबिक, "इन्हीं तमाम बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए हमारे लिए डाक्टर और नसिर्ंग स्टाफ की सुरक्षा सर्वोपरि लगी. लिहाजा मैंने हर क्वारंटाइन और आइसोलेशन सेंटर पर पुलिस टीमें तैनात करवा दी हैं. ताकि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े किसी भी साथी-कर्मचारी को कोई समस्या न हो. इन सभी सेंटरों पर पुलिस क्षेत्राधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है. जबकि अपर पुलिस अधीक्षक पर्यवेक्षण अधिकारी होंगे. हर सेंटर का पुलिस इंचार्ज भी इंस्पेक्टर स्तर का अधिकारी होगा. 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में एक-एक सब-इंस्पेक्टर तैनात रहेगा."

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इस पुलिस टीम के सहयोग के लिए दिन रात दो हवलदार और चार महिला सिपाही (जरूरत के मुताबिक) तैनात होंगी. एसएसपी ने कहा, "इन टीमों में जिस स्टाफ की ड्यूटी लगेगी, उसे ब्रीफ कर दिया गया है. ताकि कहीं कोई परेशानी न हो. साथ ही पुलिस अधिकारियों द्वारा खुद इन पुलिस टीमों की मॉनिटरिंग की जायेगी."