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गोरखपुर में बच्‍चों की मौत पर पीएम मोदी-योगी से कांग्रेस मांग रही थी इस्‍तीफा, अब कोटा को लेकर फंसी

मायावती ने भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को सलाह दी है कि वह बच्‍चों की मौत को लेकर संवेदनशील हों और उत्‍तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से फिलहाल अपना ध्‍यान हटाकर कोटा की ओर करें.

Updated on: 02 Jan 2020, 11:05 AM

highlights

  • कोटा की तरह गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्‍चों पर आई थी शामत
  • कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने किया था मेडिकल कॉलेज का दौरा
  • गुलाम नबी आजाद, प्रमोद तिवारी और रणदीप सुरजेवाला ने मांगा था योगी से इस्‍तीफा 

नई दिल्‍ली:

राजस्‍थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) के जेके लोन (JK LOne Hospital) अस्पताल में बच्‍चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. पिछले 48 घंटे में 9 बच्‍चों की मौत के साथ ही यह आंकड़ा अब 100 के पार पहुंच गया है. 23-24 दिसंबर के बाद से इस अस्‍पताल में बच्‍चों की लगातार हो रही मौतों की ओर विपक्ष ने निशाना साधा तो मामला प्रकाश में आया. अब कोटा के जेके लोन अस्‍पताल में बच्‍चों की लगातार हो रही मौतों को लेकर बीजेपी (BJP) और बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने निशाना साधा है. मायावती ने भी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को सलाह दी है कि वह बच्‍चों की मौत को लेकर संवेदनशील हों और उत्‍तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से फिलहाल अपना ध्‍यान हटाकर कोटा की ओर करें. कोटा की तरह ही दो साल पहले गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में हो रही मौतों पर तब कांग्रेस नेताओं ने लगातार वहां का न केवल दौरा किया बल्‍कि योगी सरकार (Yogi Sarkar) से इस्‍तीफा देने को भी कहा था. कांग्रेस नेताओं ने कहा था, योगी जी से गोरखपुर नहीं संभल रहा है, वे उत्‍तर प्रदेश क्‍या संभालेंगे.

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गोरखपुर के बाबा राघव दास (बीआरडी) अस्पताल में बच्चों की मौत के लिए योगी सरकार को जिम्‍मेदार ठहराते हुए कांग्रेस के तत्‍कालीन प्रदेशाध्‍यक्ष राजबब्‍बर ने कहा था, 'यह सरकार हत्यारी है. बच्चे मरे नहीं बल्कि उनकी हत्या की गई. सबसे शर्मनाक है कि यह सब कुछ योगी आदित्यनाथ के लोकसभा क्षेत्र में हुआ. अगर वह अपने चुनावी क्षेत्र का ख्याल नहीं रख सकते हैं तो वह उत्तर प्रदेश जैसे राज्य को क्या संभालेंगे? उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.' राजबब्बर ने यह भी कहा था, 'जांच से क्या फायदा होगा, जब आप पहले ही बता चुके हैं कि मौतें ऑक्सीजन की कमी से हुई.'

बच्‍चों की मौत की खबर पर गोरखपुर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद, आरपीएन सिंह और प्रमोद तिवारी ने भी तब सीएम योगी आदित्‍यनाथ की सरकार को आड़े हाथों लिया था. आजाद ने तब कहा था, 'ये मौत नहीं हत्या है और सरकार को इसके लिए बिना शर्त देश, बच्चों के माता-पिता और जनता से माफी मांगनी चाहिए. प्रदेश के मुख्यमंत्री 48 घंटे पूर्व ही गोरखपुर आए थे और मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था. बच्चों की मौत के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है और इसकी जिम्मेदारी प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेनी होगी.'

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कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गोरखपुर में बच्‍चों की मौत पर कहा था, क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरे मामले की अनदेखी कर आपराधिक भागीदारी में हिस्सेदार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा पर कोई कार्रवाई करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि क्या प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश, झारखंड एवं अन्य बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेंगे, जहां लोग स्वाईन फ्लू की वजह से मर रहें हैं.

एक दिन पहले राजस्थान के कोटा स्थित जेके लॉन अस्पताल के डॉ. अमृता लाल ने बताया था कि पिछले दिनों में 8 नवजातों की मौत हो गई है और दिसंबर में अबतक 100 नवजातों की जानें गई हैं. कोटा के सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने रविवार को अस्पताल का निरीक्षण भी किया था.