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राजस्थान: स्थानीय निकाय उप-चुनावों में BJP का सूपड़ा साफ, जिला परिषद की सभी सीटों पर कांग्रेस का कब्जा

राजस्थान में कांग्रेस ने सत्तारुढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को झटका देते हुए जिला परिषद की चारों सीटों पर कब्जा कर लिया है।

Updated on: 19 Dec 2017, 11:09 PM

highlights

  • राजस्थान में कांग्रेस ने सत्तारुढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को झटका देते हुए जिला परिषद की चारों सीटों पर कब्जा कर लिया है
  • कांग्रेस ने जिला परिषद की सभी 4 सीटें, 27 में से 16 पंचायत समितियों और छह नगर पालिकाओं की सीटों पर जीत हासिल कब्जा कर लिया है

जयपुर:

राजस्थान में कांग्रेस ने सत्तारुढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को झटका देते हुए जिला परिषद की चारों सीटों पर कब्जा कर लिया है।

कांग्रेस ने जिला परिषद की सभी 4 सीटें, 27 में से 16 पंचायत समितियों और छह नगर पालिकाओं की सीटों पर जीत हासिल कब्जा कर लिया है। वहीं सत्तारूढ बीजेपी 10 पंचायत समिति और सात नगरपालिका सीटों पर जीत दर्ज कर सकी।

राज्य चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक भगवा पार्टी चारों जिला परिषद की सीट में से एक भी सीट बचाने में सफल नहीं रही, जबकि पिछले चुनावों में उसका इन चारों सीटों पर कब्जा था।

17 दिसंबर को 27 पंचायत समितियों, 14 नगरपालिकाओं और चार जिला परिषद के लिए उपचुनाव हुए थे।

चुनाव के नतीजों के बाद राजस्थान ईकाई के प्रेसिडेंट सचिन पायलट ने बताया, 'स्थानीय चुनाव के नतीजों ने यह साबित किया है कि राजस्थान में बीजेपी की उलटी गिनती शुरू हो गई है। कांग्रेस ने पिछले चार सालों के दौरान लोगों की भावनाओं को अभिव्यक्ति दी है और उन्हें पार्टी पर पूरा विश्वास है।'

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पायलट ने अलवर और अजमेर संसदीय सीट के साथ मंडलगढ़ विधानसभा सीट पर होने वाले उप-चुनाव में भी समान नतीजों की उम्मीद जताई। दोनों संसदीय सीट बीजेपी के सांसदों और मंडलगढ़ सीट, बीजेपी विधायक की आकस्मिक मृत्यु के बाद खाली हुई है।

स्थानीय निकाय के नतीजे बीजेपी के लिए झटका है क्योंकि वह पहले भी बारां जिले में दो नगरपालिका वार्ड्स चुनाव हार चुकी है जो मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के सांसद बेटे दुष्यंत सिंह का गढ़ माना जाता है।

हालांकि राजस्थान बीजेपी के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि नतीजे पार्टी के लिए ठीक रहे हैं क्योंकि वह कांग्रेस की कई सीटों पर कब्जा करने में सफल रही है।

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