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आपस में ही लड़-भिड़ रहे हैं कांग्रेस (Congress) नेता, मोदी-शाह (Modi-Shah) को कैसे देंगे मात?

Split in the Congress : पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की जोड़ी से मुकाबला करने चली कांग्रेस (Congress) अपने ही नेताओं के बुने जाल में फंसकर रह गई है. कांग्रेस के नेता आपस में ही बुरी तरह उलझ गए हैं.

Updated on: 10 Oct 2019, 10:02 AM

highlights

  • मल्‍लिकार्जुन खड़गे और संजय निरूपम शस्‍त्र पूजा को लेकर आमने-सामने
  • सलमान खुर्शीद और राशिद अल्‍वी राहुल गांधी के इस्‍तीफे को लेकर भिड़े
  • महाराष्‍ट्र में टिकट बंटवारे को लेकर ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया पर हो रहे हमले

नई दिल्‍ली:

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की जोड़ी से मुकाबला करने चली कांग्रेस (Congress) अपने ही नेताओं के बुने जाल में फंसकर रह गई है. कांग्रेस के नेता आपस में ही बुरी तरह उलझ गए हैं. हर नेता दूसरे के बयान का या तो खंडन कर रहा है या भर्त्‍सना कर रहा है. नेतृत्‍व का डर किसी भी नेता को नहीं सता रहा है. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) से पहले ऐसे हालात नहीं थे, लेकिन राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्‍व में मिली करारी हार के बाद से कांग्रेस के नेता मुखर हो गए हैं. कोई एक नेता दूसरे को सुहा नहीं रहा है. ऐसे में सवाल उठते हैं कि तिनकों में बिखरी कांग्रेस कैसे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) का मुकाबला करेगी?

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कांग्रेस नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे पर कहा, हमें यह जानने की आवश्यकता है कि हम उस स्थिति में क्यों हैं, जिसमें आज हम हैं. दुर्भाग्यवश हमारे पुरजोर आग्रह के बावजूद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पद छोड़ने और अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया. हम चाहते थे कि वे पद पर बने रहें लेकिन यह उनका फैसला था और हम इसका सम्मान करते हैं. इतिहास में शायद यह एकमात्र मौका है जब एक बड़ी हार के कारण पार्टी को अपने नेता पर विश्वास नहीं खोना पड़ा है. अगर राहुल गांधी रुकते तो हम अपनी हार के कारणों को बेहतर समझ सकते थे.

पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद के बयान पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी (Rashid Alwi) ने कहा, पार्टी के भीतर ऐसे नेता हैं, जो पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं. हर दूसरे कांग्रेस नेता अलग राग अलाप रहे हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. घर को आग लग गई, घर के चिराग से. राहुल गलत नहीं थे, उन्हें कुछ नेताओं का समर्थन नहीं मिला, इसलिए राहुल ने इस्तीफा दे दिया. साल 2004 में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के नेतृत्व में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी.

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कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा, कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है. पार्टी की आज जो स्थिति है, उसका जायजा लेकर सुधार करना समय की मांग है. कांग्रेस को आत्म अवलोकन की जरूरत है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly election) के बारे में सिंधिया बोले, मेरा काम वहां स्क्रीनिंग कमेटी तक सीमित था.

कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Khadge) ने कांग्रेस स्टार प्रचारकों की सूची में मिलिंद देवड़ा (Milind Dewda) और संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) का नाम न किए जाने के सवाल पर कहा, हमने स्टार प्रचारकों की सूची से किसी का नाम नहीं हटाया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के मुताबिक स्टार प्रचारकों की सूची तैयार की गई है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की रिपोर्ट के बाद मामले में एक्शन लिया जाएगा.

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संजय निरुपम ने मल्लिकार्जुन खड़गे पर पलटवार करते हुए कहा, महान नेता खड़गे ने रविवार को चुनाव की रणनीति बनाने के लिए मीटिंग बुलाई जो 15 मिनट में खत्म हो गई. बैठक में किसी को बोलने नहीं दिया गया. मीटिंग में वो खुद बोले और मेरा मजाक उड़ाकर चले गए. दुर्भावना से ग्रस्त ऐसे महान रणनीतिकार कांग्रेस को बचाएंगे या निपटाएंगे? संजय निरुपम ने यह भी कहा, ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार भी महाराष्ट्र (Maharashtra) नहीं आए हैं और अपने दोस्तों से बातचीत के आधार पर टिकट बांट दिए हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे लोग बेकार हैं, पार्टी चलाने में कोई दिलचस्पी नहीं है.

शस्‍त्र पूजा पर विवादास्‍पद बयान से घिर गई कांग्रेस
देश के लिए राफेल विमान (Rafale Jet) लाने फ्रांस गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने वहां 'शस्त्र पूजा' (Shastra Puja) की तो कांग्रेस के भीतर से ही विरोधाभासी बयान आने लगे. वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने शस्‍त्र पूजा को तमाशा करार दिया और कहा कि ऐसा ड्रामा करने की जरूरत ही नहीं थी. इसके जवाब में मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने कहा, हमारे देश में शस्त्र पूजा की परंपरा है. खड़गे नास्तिक हैं इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं.

वहीं गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मल्‍लिकार्जुन खड़गे के बयान को लपकते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला. अमित शाह ने कहा, अभी-अभी मुझे पता चला कि कांग्रेस के खड़गे साहब ने बयान दिया है कि राफेल की शस्त्र पूजा का तमाशा करने की क्या जरूरत थी? लेकिन इसमें इनका दोष नहीं है, क्योंकि इनको इटली की संस्कृति की ज्यादा जानकारी है, भारत की संस्कृति की नहीं.