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कांग्रेस नेताओं पर बरसे सलमान खुर्शीद, बोले राजनीति का ककहरा न जानने वाले दे रहे ज्ञान

अपनी इस पोस्ट में उन्होंने आगे कहा, मैं निजी कृतज्ञता और भारतीय लोकतंत्र के बारे में मेरी समझ की वजह से गांधी परिवार का समर्थन करता हूं.

Updated on: 13 Oct 2019, 08:29 AM

नई दिल्ली:

पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि लोकसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार के बाद राहुल गांधी का अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना जल्दबाजी भरा फैसला था. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा था कि इस निराशाजनक हार के बाद पार्टी आत्मचिंतन भी नहीं कर पाई क्योंकि राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था. इस बयान के बाद शनिवार को उन्होंने दोबारा बयान जारी किया है. उन्होंने राहुल गांधी को नेता बताते हुए खुला खत लिखा है. इस खुले खत में उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए.

इसके अलावा पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद अपनी पार्टी के नेताओं पर भी जमकर बरसे हैं. उन्होंने इस खत में कहा, अब मुझे ऐसे लोग ज्ञान दे रहे हैं जो विश्वसनीयता और सियासी रणनीति के बारे में कुछ नहीं जानते. उन्होंने अपने खुले खत में कहा, ये वक्त असल या काल्पनिक भय और मतभेद से निकलकर आगे बढ़ने का है. दरअसल खुर्शीद के पिछले बयान को कांग्रेस के कई नेताओं ने खाऱिज कर दिया था जिसके बाद शनिवार को खु्र्शीद ने ये खुला खत लिखा.

अपनी इस पोस्ट में उन्होंने आगे कहा, मैं निजी कृतज्ञता और भारतीय लोकतंत्र के बारे में मेरी समझ की वजह से गांधी परिवार का समर्थन करता हूं. मुश्किल वक्त में रणनीतिक चुप्पी समझदारी है लेकिन भविष्य को लेककर भी चर्चा करना जरूरी है.

उन्होंने आगे कहा, जब भी मेरे साथी बीजेपी को घेरने की ड्यूटी की बात करते हैं तो उन्हें याद रखना चाहिए कि ये तभी मुमकिन है जब हम अपनी बात भयमुक्त तरीके से रख पाएं.उन्होंने कहा हमारे विरोधी और मीडिया चाहे कुछ भी कहे लेकिन राहुल गांधी हमारे नेता हैं और उन्हे फिर से अध्यक्ष बनना चाहिए.

क्या था सलमान खुर्शीद का पहला बयान?

इससे पहले सलमान खुर्शीद ने कहा था कि पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों में मिली हार से बाहर नहीं निकल पा रही है. इस के साथ उनका ये भी कहना है कि पार्टी अक्टूबर में होने वाले हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों में भी हारेगी. सलमान खुर्शीद ने कहा, पार्टी इस वक्त संघर्ष के दौर से गुजर रही है. हरियाणा और महाराष्ट्र में उसके जीतने की संभावना ही नहीं है. इतनी ही नहीं, उन्होंने आगे कहा, आने वाले राज्य विधानसभा चुनाव ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी की हालत ऐसे स्तर पर पहुंच गई है कि यह अपना भविष्य तक नहीं तय कर सकती है.