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Navjot Singh Sidhu के बगावती तेवरों से लगता है जल्दी ही छोड़ेंगे हाथ का साथ!

सिद्धू का ऐसा ही कुछ हाल तब भी था जब वो बीजेपी छोड़ने वाले थे.

Updated on: 31 May 2019, 09:38 PM

highlights

  • चंडीगढ़ की पार्टी मीटिंग में नहीं गए सिद्धू
  • सिद्धू ने दिखाए बागी तेवर
  • इशारों में किया कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला

नई दिल्ली:

पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का अपनी ही (कांग्रेस) पार्टी के साथ विवाद थम ही नहीं रहा है. वो एकबार फिर से बगावती होते हुए दिखाई दे रहे हैं. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से विवादों के चलते सिद्धू ने कांग्रेस से दूरी बनानी शुरू कर दी है. अब वो पार्टी की बैठकों से भी दूरी बनाए हुए हैं. आपको बता दें कि सिद्धू का ऐसा ही कुछ हाल तब भी था जब वो बीजेपी छोड़ने वाले थे. सिद्धू के चंडीगढ़ में मौजूद होने के बावजूद भी पार्टी की बुलाई गई कांग्रेस हिस्सा नहीं लेना इस बात को और भी पक्का करता है कि वो पूरे बगावती मूड में आ चुके हैं. जब पत्रकारों ने यह जानना चाहा कि वो पार्टी की बैठक में क्यों नहीं पहुंचे तब उन्होंने इस पर जवाब देने की बजाय सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर इशारों में निशाना साधा.

पार्टी बैठक में नहीं जाने पर विधायकों के निशाने पर आए सिद्धू
चंडीगढ़ में गुरुवार को कांग्रेस विधायक दल और सभी कांग्रेस सांसदों की एक बैठक बुलाई गई. यह बैठक पंजाब भवन में बुलाई गई थी जो कि सिद्धू के घर से महज 500 मीटर की दूरी पर ही हो रही थी. पंजाब की कैबिनेट में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अपने आवास पर मौजूद थे लेकिन वो पार्टी की इस बैठक में नहीं पहुंचे. सिद्धू की गैर मौजूदगी में विधायकों ने शहरों के विकास के बारे में बातचीत की और विधायकों ने सिद्धू का नाम लिए बगैर उन पर जमकर निशाना साधा. वहीं इस मीटिंग में आए अन्य मंत्रियों ने आरोप लगाया कि अफसर उनकी बातों को तवज्जो नहीं दे रहे हैं.

बैठक के दौरान सिद्धू की गैरहाजिरी रही चर्चा का विषय
इस बैठक में अन्य सभी मुद्दों पर सबसे ज्यादा भारी सिद्धू की गैरहाजिरी रही. पूरी बैठक में सिद्धू की गैरहाजिरी चर्चा का विषय बनी रही, जिसकी वजह से सियासी गलियारों में भी हलचल मची रही. विधायकों ने उनके विभाग के कामकाज पर सवाल उठाते हुए उन पर निशाना साधा. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सिद्धू साफ तौर पर बगावती मूड में नजर आ रहे हैं. सिद्धू जिस तरह से कविताओं के माध्यम से अपने आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं, उससे उनके अगले सियासी कदम को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं.

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लोकसभा चुनाव 2019 के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुए सिद्धू ने कैप्टन पर भी हमला बोला, उन्होंने कहा कि बठिंडा की हार के लिए सामूहिक जिम्मेदारी लेने के बजाय उन्हें अकेले को निशाने पर लिया गया है. ऐसे में इसका जवाब देने को वह मजबूर हुए हैं. बठिंडा सीट पिछले 40 सालों से कांग्रेस ने कभी नहीं जीती. इस बार वह सबसे कम मार्जिन से हारी है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणइंदर सिंह जब यहां से चुनाव लड़े थे तब एक लाख 20 हजार वोटों से हारे थे.

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सिद्धू ने मीडिया से बात-चीत के दौरान कैप्‍टन अमरिंदर सिंह द्वरा नन परफार्मर मिनिस्‍टर कहे जाने का भी जवाब दिया और अपने विभाग के कामकाज का ब्‍यौरा भी दिया. इसके साथ ही सिद्धू ने इशारों में सीएम कैप्‍टन अमरिंदर को उन्‍हें कैबिनेट से हटाने की चुनौती भी दे दी. कैबिनेट से उनको हटाए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर सिद्धू ने कहा कि यह फैसला सीएम को लेना है.