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इमरजेंसी पर वार-पलटवार: अहमद पटेल ने कहा, क्या चार सालों से जारी अघोषित आपातकाल के लिए बीजेपी मांगेगी माफी

आपातकाल के 43 साल पूरा होने पर जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस 'काला दिवस' दिवस मना रही है वहीं कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने बीजेपी पर ही पलटवार कर दिया है।

Updated on: 26 Jun 2018, 10:41 PM

नई दिल्ली:

आपातकाल के 43 साल पूरा होने पर जहां एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इसे 'काला दिवस' के तौर पर मना रही है वहीं कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने बीजेपी पर ही पलटवार कर दिया है।

अहमद पटेल ने कहा है कि पिछले चार सालों से जारी अघोषित आपातकाल पर क्या बीजेपी माफी मांगेंगे।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने ट्वीट करते हुए कहा, 'क्या वे (बीजेपी) पिछले चार साल के अघोषित आपातकाल के लिए माफी मांगेंगे। लोगों की भीड़ द्वारा हत्या की जा रही है, डराया जा रहा है, एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है, आर्थिक और नागरिक स्वतंत्रता को खत्म किया जा रहा है।'

अहमद पटेल ने कहा, 'चार साल के बाद अब 2019 लोकसभा चुनाव में हारने का डर सरकार को याद आ रही है और वो 1975 के आपातकाल की घटना से छिपने की कोशिश कर रही है। लेकिन तथ्य यह है कि 1977 के बाद इंदिरा गांधी ने माफी मांगी थी और अपनी गलतियों को सुधारा था जिसके बाद भारत के लोगों ने उनके लिए वोट दिया था।'

बता दें कि 1975 में 25 जून की मध्यरात्रि में इंदिरा गांधी द्वारा देश के अंदर लागू किए गए 21 महीनों के आपातकाल के बुधवार को 43 साल पूरे हुए इसलिए बीजेपी लगातार कांग्रेस पार्टी पर हमलावर हो रही है।

बीजेपी नेताओं की आलोचनाओं के बीच केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है छात्र जल्द ही अपने स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होने वाले 'आपातकाल अध्याय' का अध्ययन करेंगे।

जावड़ेकर ने कहा कि सरकार स्कूल के पाठ्यक्रम में आपातकाल की पूरी कहानी शामिल करेगी, जिससे छात्र उस समय की वास्तविकता को समझ सकें।

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उन्होंने कहा कि 1975-77 का आपातकाल तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लगाया था। आपातकाल भारतीय इतिहास में हमेशा एक काला अध्याय बना रहेगा।

जावड़ेकर ने कहा, 'हम चाहते हैं कि विद्यार्थी सही इतिहास के बारे में जानें और इसलिए हम स्कूलों में पाठ्यक्रम बदलने के लिए काम कर रहे हैं। इस पहल के साथ विद्यार्थियों को समझ में आएगा कि आपातकाल को दूसरा स्वतंत्रता संघर्ष क्यों माना जाता है।'

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट कर कहा, 'भारत आपातकाल को इतिहास का काला अध्याय के रूप में याद करता है, जिस दौरान हर संस्थान को तोड़ दिया गया था और डर का माहौल बनाया गया था। न केवल लोगों को बल्कि विचारों और कलात्मक स्वतंत्रता को भी राजनीति के लिए बंधक बना दिया गया था।'

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