logo-image

कांग्रेस-JDS को विधायकों की बगावत का डर, अकेले शपथ लेंगे कुमारस्वामी-फ्लोर टेस्ट के बाद बनेगा कैबिनेट

एच डी कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री बनने से पहले कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) को विधायकों की बगावत का डर सताने लगा है।

Updated on: 21 May 2018, 07:09 PM

highlights

  • कांग्रेस और जेडीएस को अभी भी विधायकों के पाला बदलने और बगावत की आशंका सता रही है 
  • सूत्रों की माने तो बहुमत साबित होने के बाद ही कर्नाटक में मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा

नई दिल्ली:

एच डी कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री बनने से पहले कांग्रेस-जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) को विधायकों की बगावत का डर सताने लगा है।

कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के सामने अब सदन में बहुमत साबित करने की चुनौती है और गठबंधन के पास बहुमत के लिए जरूरी विधायकों की संख्या से अधिक का समर्थन है।

हालांकि मंत्रिमंडल के गठन को लेकर गठबंधन को विधायकों के पाला बदलने और बगावत की आशंका सता रही है। सूत्रों की माने तो बहुमत साबित होने के बाद ही कर्नाटक में मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा।

कुमारस्वामी 23 मई को शपथ लेने जा रहे हैं और इससे पहले दोनों दलों के बीच विभाग के बंटवारे को लेकर अंतिम दौर की बातचीत होनी बाकी है।

माना जा रहा है कि दिल्ली में राहुल गांधी के साथ कुमारस्वामी की मुलाकात में मंत्रिमंडल गठन और विभागों के बंटवारे पर चर्चा होगी।

कुमारस्वामी की बैठक से पहले राहुल गांधी इसी सिलसिले में दिल्ली में गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और वेणुगोपाल के साथ बातचीत कर रहे हैं।

कुमारस्वामी 23 मई को अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे और विधानसभा में बहुमत साबित होने के बाद ही मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा।

पार्टी आलाकमान को इस बात का डर सता रहा है कि बहुमत साबित होने के पहले मंत्रिमंडल के गठन को लेकर विधायक नाराज हो सकते हैं।
पार्टी की यह आशंका अनायास ही नहीं है।

और पढ़ें: कर्नाटक: लिंगायत समुदाय ने बढ़ा दी कांग्रेस-JDS गठबंधन की मुश्किलें

शपथग्रहण समारोह के पहले ही ऑल इंडिया वीरशैव महासभा ने एच डी कुमारस्वामी को पत्र लिखकर कांग्रेस के शमानुरू शिवशंकरप्पा को उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग की है।

जबकि कांग्रेस दलित नेता जी परमेश्वर को उप-मुख्यमंत्री बनाए जाने के बारे में विचार कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने वीरशैव नेता को राज्य का गृह मंत्री बनाए जाने के साथ ही इस समुदाय से पांच अन्य लोगों को कैबिनेट में शामिल किए जाने की मांग की है।

और पढ़ें: दिल्ली में राहुल से मिलेंगे कुमारस्वामी, मंत्रिमंडल गठन पर लगेगी मुहर