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जिससे नफरत करती रही कांग्रेस, अब उसी की राह चलने को मजबूर

पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की अगुवाई में बुधवार को हुई बैठक में फैसला किया गया है कि पार्टी देश भर में कांग्रेस की नीतियों और विजन के प्रचार-प्रसार के लिए 'प्रेरकों' की नियुक्ति करेगी.

Updated on: 12 Sep 2019, 02:48 PM

highlights

  • कांग्रेस आरएसएस की तर्ज पर देश भर में नियुक्त करेगी 'प्रेरक'.
  • 'प्रेरक' कांग्रेस की नीतियो, विचारधारा का प्रचार-प्रसार करेंगे.
  • इसके अलावा सदस्यता अभियान को भी देंगे गति.

नई दिल्ली:

किसी ने सही कहा है कि विरोधी को हराना हो, तो उसकी चालों को समझकर उस पर वार करो. संभवतः कांग्रेस (Congress) ने भी देर आयद दुरुस्त आयद की तर्ज पर इस बात को अच्छे से समझ लिया है. यही वजह है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विरोध को ही राजनीति बनाने वाली कांग्रेस अब उसी की राह पर चल पड़ी है. कांग्रेस ने देश भर में अपने घटते काडर (Cadre) और घटते रुझान की भरपाई करने के लिए आरएसएस के संगठनात्मक ढांचे से प्रेरणा ली है. पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की अगुवाई में बुधवार को हुई बैठक में फैसला किया गया है कि पार्टी देश भर में कांग्रेस की नीतियों और विजन के प्रचार-प्रसार के लिए 'प्रेरकों' की नियुक्ति करेगी.

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पार्टी में उठ रही थी मोदी की जीत को समझने की मांग
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में ही 'प्रचारक' और 'प्रेरक' (Preraks) की व्यवस्था है. ऐसे में लगातार शिकस्त पर शिकस्त (Election Defeat) खा रही कांग्रेस ने संगठन में नई जान फूंकने के लिए यह निर्णय किया है. पार्टी के कई वरिष्ठ नेता यह मांग आलाकमान (Congress High Command) के समक्ष अपरोक्ष-परोक्ष ढंग से उठा चुके हैं कि जब तक पार्टी मोदी और बीजेपी की लोकप्रियता का कारण नहीं समझेगी, तब तक अपना वोट बैंक बचाए रखने में उसे दिक्कत आएगी. इस तरह की मांग करने वालों में हालिया कांग्रेसी नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) थे.

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देश भर में नियुक्त किए जाएंगे 'प्रेरक'
संभवतः पार्टी के भीतर और विभिन्न फोरम पर उठ रही ऐसी ही मांगों को समझते हुए अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 'प्रेरक' नियुक्त करने का फैसला किया है. इस निर्णय के तहत देश भर में डिवीजन स्तर पर तीन-तीन 'प्रेरक' ऱखे जाएंगे. इनमें से एक महिला (Women) होगी, तो एक-एक एस/एसटी (Sc/ST), अल्पसंख्यक या अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित शख्स होगा. एक डिवीजन में चार से पांच जिलों को समाहित किया जाएगा. कांग्रेस के इन 'प्रेरकों' पर दायित्व होगा कि वह कांग्रेस की नीतियों, विचारधारा समेत पार्टी को लेकर फैलाए गए भ्रम को दूर कर लोगों को कांग्रेस के नजदीक लेकर आएं.

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बुधवार को हुई कांग्रेस की बड़ी बैठक
बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई बैठक में इस फैसले के अलावा मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों समेत सरकार की अन्य योजनाओं और क्रियाकलापों पर भी चर्चा हुई. इसके साथ ही महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ को देश भर में धूमधाम से मनाने के लिए भी योजना बनाई गई. इस बैठक में सभी राज्यो के प्रदेश प्रमुखों, सीएलपी लीडर, महासचिव, सचिव और राज्यों के प्रभारी शामिल हुए. बैठक में सदस्यता अभियान समेत संगठनात्मक ढांचे को मजबूत बनाने पर भी चर्चा हुई.