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निराशाजनक हार के बाद कांग्रेस कोर कमेटी हुई भंग, राहुल गांधी नहीं हुए बैठक में शामिल

वहीं दूसरी तरफ बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थे और आगे भी बने रहेंगे

Updated on: 13 Jun 2019, 11:00 AM

नई दिल्ली:

नई सरकार के गठन के बाद संसद सत्र 17 जून से शुरू होने वाला है. ऐसे में संसद सत्र की रणनीति की चर्चा करने के लिए कांग्रेस ने बुधवार को बैठक बुलाई जिसके बाद कोर कमेटी भंग कर दी गई. हालांकि हैरानी वाली बात ये थी कि इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शामिल नहीं थे. वहीं दूसरी तरफ बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थे और आगे भी बने रहेंगे.' राहुल गांधी की गैरहाजिरी में ये बैठक पूर्व केंद्रीय मंत्री ए के एंटनी के नेतृत्व में हुई.

बता दें संसद सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने बैठक ऐसे समय में बुलाई जब केंद्र सरकार संसद सत्र को सुचारु रूप से चलाने के लिए विपक्ष का सहयोग मांग रही है. इसके लिए केंद्र सरकार के मंत्रियों ने गुलाम नबी आजाद और सोनिया गांधी से मुलाकात भी की. इसके अलावा बीजेपी सरकार सभी दलों से इसके लिए 16 जून को बैठक भी करेगी.

बैठक के बाद क्या बोले रणदीप सुरजेवाला?

वहीं बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थे, है और रहेंगे. हममें से किसी को भी इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए.' सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि, 'फिलहाल पार्टी की कोई कोर समिति नहीं है, क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले गठित समिति का कार्यकाल चुनाव समाप्त होने के बाद समाप्त हो गया है.' उन्होंने कहा, 'कयासों के विपरीत कोई कोर समिति नहीं है. पूर्व कोर समिति के सदस्यों ने अनौपचारिक बैठक की और विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की.' उन्होंने कहा कि संगठन के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए अपने महासचिवों की एक बैठक बुलाएंगे. सुरजेवाला ने कहा कि UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी संसद सत्र शुरू होने से पहले इसपर कोई निर्णय लेंगी.

बता दें. 9 सदस्यीय कोर समिति लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारियों के हिस्से के रूप में पिछले साल अगस्त में गठित की गई थी. समिति में एंटनी, वेणुगोपाल और सुरजेवाला के अलावा गुलाम नबी आजाद, पी. चिदंबरम, अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल और जयराम रमेश शामिल थे.