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स्थापना दिवस पर कांग्रेस ने NPR, NCR, CAA को लेकर भाजपा पर किया वार, जानें किसने क्या कहा

संविधान को कमतर करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ लड़ने का संकल्प लेते हुए कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर एनपीआर, एनआरसी और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हमला किया

Updated on: 28 Dec 2019, 10:31 PM

दिल्ली:

संविधान को कमतर करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ लड़ने का संकल्प लेते हुए कांग्रेस नेताओं ने शनिवार को सत्तारूढ़ भाजपा पर एनपीआर, एनआरसी और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर हमला किया. पार्टी ने 135वें स्थापना दिवस पर देश के विभिन्न हिस्सों में मार्च का आयोजन किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने क्रमश: असम और उत्तरप्रदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित किया. दोनों राज्यों में सीएए के खिलाफ सबसे हिंसक प्रदर्शन हुए.

नेताओं ने आरोप लगाए कि जिन लोगों का स्वतंत्रता संग्राम में कोई योगदान नहीं है वे ‘‘राष्ट्रवाद के नाम पर’’ डर फैलाना चाहते हैं, लोगों की आवाज दबाना चाहते हैं और कांग्रेस की विरासत पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को ‘नोटबंदी नंबर दो’ करार दिया और कहा कि वे नवम्बर 2016 के नोटबंदी से भी खतरनाक साबित होंगे.

असम के गुवाहाटी में पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आशंका जताई कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की नीतियों के कारण राज्य हिंसा के मार्ग पर लौट सकता है. गांधी ने ‘‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे युवकों पर’’ गोलीबारी करने के लिए भाजपा सरकारों पर प्रहार किया. उन्होंने कहा, ‘देश में जहां भी भाजपा जाती है वहां केवल घृणा, हिंसा और लोगों के बीच लड़ाई हो रही है. भाजपा लोगों की आवाज नहीं सुनना चाहती है और उसे दबाना चाहती है.’

सत्तारूढ़ भाजपा की तुलना वस्तुत: अंग्रेजों से करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वर्तमान में देश एक विचारधारा से लड़ रहा है जो लड़ाई स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लड़ी गई थी. वह पार्टी के स्थापना दिवस पर लखनऊ में पार्टी नेताओं को संबोधित कर रही थीं. प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा ऐसे कानून बना रही है जो संविधान के खिलाफ हैं और उनका विरोध करने वालों का दमन कर रही है. उत्तर प्रदेश सहित देश भर में लोग मारे गए और जो लोग नहीं मारे गए उन्हें जेलों में डाल दिया गया. उनकी एकमात्र गलती थी कि वे गलत के खिलाफ आवाज उठा रहे थे.

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में जिन लोगों का योगदान नहीं था वे आज राष्ट्रवाद के नाम पर भय फैलाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘हिंसा और कायरता से लोगों की आवाज दबा दी.’ उन्होंने कहा कि अब वह ‘यह कहकर पीछे हट रही है कि उसने (भाजपा) एनपीआर पर चर्चा की है एनआरसी पर नहीं। देश आपकी कायरता को पहचान रहा है.’ सीएए को लेकर बढ़ते प्रदर्शनों के बीच कांग्रेस ने अपने स्थापना दिवस पर लोगों के बीच ‘संविधान बचाओ देश बचाओ’ के संदेश के साथ मार्च निकाले.

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नई दिल्ली के 24, अकबर रोड स्थित मुख्यालय पर पार्टी का झंडा फहराया जहां पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, ए के एंटनी, मोतीलाल वोरा और आनंद शर्मा सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. मुंबई में महाराष्ट्र के प्रभारी कांग्रेस महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्य इकाई के अन्य नेताओं ने मार्च में हिस्सा लिया. अगस्त क्रांति मैदान में तेजपाल हॉल के पास झंडा फहराने के बाद मार्च शुरू किया गया. इसी स्थान पर 1885 में कांग्रेस की स्थापना हुई थी. केरल में कांग्रेस ने एक ‘महारैली’ का आयोजन किया और राज्य की राजधानी तिरूवनंतपुरम में राजभवन तक मार्च किया गया.

पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मार्च के दौरान कहा, अगर संविधान खत्म हुआ तो वे हिंदुत्व राष्ट्र की शुरुआत करेंगे जो सनातन धर्म और मनु स्मृति के अलावा कुछ नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की स्थिति में ‘सबसे संपन्न वर्ग हमारे ऊपर शासन करेगा. न केवल मुस्लिम बल्कि सभी पिछड़े वर्ग... सभी अन्य ओबीसी खासकर दलित और आदिवासियों का उत्पीड़न होगा...हमें इसे कभी नहीं होने देना चाहिए.’

कांग्रेस नेता ने कहा, संशोधित नागरिकता कानून से संविधान का आधार नष्ट हो जाएगा. अगर संसद में उनके पास दो तिहाई बहुमत होता तो वे संविधान में संशोधन कर चुके होते. उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल इसे ‘‘पिछले दरवाजे’’ से करने का प्रयास कर रहा है. शहीदी कॉलम से शुरू हुई रैली का नेतृत्व केपीसीसी अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला के अलावा चिदंबरम ने भी किया. कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘कांग्रेस के लिए देश की खातिर बलिदान सर्वोपरि है. हमारी स्थापना के समय से भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के माध्यम से और आने वाले दिनों में भी भारत सर्वोपरि है.’ इसमें कहा गया, ‘‘135 वर्षों की एकता, 135 वर्षों का न्याय, 135 वर्षों की समता, 135 वर्षों की अहिंसा, 135 वर्षों की स्वतंत्रता. आज हम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 135 वर्ष मना रहे हैं.’’

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व में डीडीयू मार्ग स्थित पार्टी कार्यालय से आंबेडकर स्टेडियम तक मार्च निकाला गया, जहां उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और फिर राजघाट जाकर महात्मा गांधी के स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा को निशाना बनाते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जो लोग अंग्रेजों के ‘जासूस’ थे वे कांग्रेस की विरासत पर सवाल खड़े कर रहे हैं. जयपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि देश में संविधान को ‘‘खतरा है और लोकतंत्र की आवाज कुचली जा रही है.’’ कांग्रेस की गुजरात इकाई ने साबरमती आश्रम से अहमदाबाद के उस्मानपुर इलाके में सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा तक मार्च निकाला.

गुजरात के पार्टी प्रभारी राजीव साटव ने कहा, ‘‘हमारे स्थापना दिवस पर हम दूसरा स्वतंत्रता संग्राम शुरू करने का संकल्प लेते हैं और बापू के सपनों का भारत बनाने के लिए काम करेंगे.’’ तेलंगाना कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हैदराबाद कार्यालय में ‘सत्याग्रह’ किया. पुलिस ने उन्हें पार्टी के 135वें स्थापना दिवस पर रैली निकालने की इजाजत नहीं दी जिसके बाद उन्होंने कार्यालय में ही ‘सत्याग्रह’ किया. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और सांसद एन. उत्तम कुमार रेड्डी, पार्टी के विधायक डी. श्रीधर बाबू, पूर्व सांसद पूनम प्रभाकर और कई अन्य नेताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया.