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अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला: ED का दावा- क्रिश्चियन मिशेल ने पूछताछ में लिया 'मिसेज गांधी' का नाम

अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा दावा किया है, ईडी के मुताबिक घोटाले में बिचौलिए कि भूमिका में रहे क्रिश्चियन मिशेल ने पूछताछ के दौरान गांधी परिवार का लिया नाम है

Updated on: 29 Dec 2018, 11:02 PM

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले को एक नाटकीय मोड़ देते हुए एक विशेष अदालत में 'मिसेज गांधी' और 'बिग मैन आर' का जिक्र किया, जिसे सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी के रूप में देखा जा रहा है. ईडी ने ये नाम सौदे में कथित बिचौलिए ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन मिशेल की सात दिनों की अतिरिक्त हिरासत मिलने पर अदालत में लिए. मिशेल के एक नोट का हवाला देते हुए एजेंसी हालांकि यह स्पष्ट कर पाने में विफल रही थी 'मिसेज गांधी' और 'बिग मैन आर' कौन हैं.

बहस के दौरान ईडी के वकील एलडी सिंह ने मिशेल द्वारा कही गई बातों का भी जिक्र किया. सिंह के अनुसार, मिशेल और अगस्ता वेस्टलैंड के बीच बातचीत के दौरान मिशेल ने इटली की एक महिला के बेटे 'बिग मैन आर' का जिक्र किया था, जो अगला प्रधानमंत्री बनने जा रहा है. यह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का स्पष्ट संदर्भ मालूम पड़ता है.

वकील ने कहा, 'हमें इस तरह के कोड का खुलासा करने के लिए दस्तावेजों को समझने की जरूरत है.'

अपने रिमांड आवेदन में एजेंसी ने दावा किया कि गुरुवार को पूछताछ के दौरान मिशेल ने अपने वकील को एक मुड़ा हुआ पेपर दिया था, जिसे वकील ने अपने मोबाइल फोन में छिपा लिया. घटना उस वक्त की है, जब एक चिकित्सा जांच दल मिशेल के स्वास्थ्य की जांच के लिए आया था, उस दौरान उसका वकील भी वहां मौजूद था.

एजेंसी ने कहा, 'चिकित्सा जांच के दौरान मिशेल खड़ा हुआ और अपने वकील अल्जो जोसेफ, जोकि उसके बगल में खड़ा था, की ओर मुड़ा और वकील के साथ हाथ मिलाया और उससे अलविदा कहा.'

ईडी के रिमांड पेपर के मुताबिक, 'ऐसा देखा गया कि मिशेल ने गुपचुप तरीके से अपने वकील जोसेफ को एक मुड़ा हुआ कागज सौंपा. जोसेफ ने अपने मोबाइल के पीछे उस मुड़े हुए कागज को छिपाया और उसे अपनी जैकेट की जेब में डाल लिया और ऐसा दिखाया कि जैसे की कुछ हुआ ही नहीं.'

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रिमांड पेपर के मुताबिक, कमरे में मौजूद उपनिदेशक ने घटना के तुरंत बाद वकील जोसेफ से वह कागज वापस देने को कहा. उसने अपनी जैकेट से वह मुड़ा हुआ कागज बाहर निकाला और रमनजीत कौर को पकड़ाया. उसे पढ़ने पर, यह पाया गया कि उसमें पूछे जाने वाले प्रश्नों को टाइप किया गया था.

ईडी ने आवेदन में कहा, 'आरोपी को कानूनी पहुंच की अदालती अनुमति का दुरुपयोग किया जा रहा है और इसे आगे के लिए बंद किए जाने की जरूरत है.'

अदालत ने हालांकि मिशेल को मिलने वाली कानूनी सहायता जारी रखी, लेकिन अवधि को 30 मिनट से घटाकर 15 मिनट कर दिया गया, सुबह और शाम दोनों.

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मिशेल के वकील जोसेफ ने कहा कि वह लंबे वक्त से हिरासत में है और ईडी को जांच पूरी करने के लिए पर्याप्त वक्त दिया जा चुका है. उन्होंने कहा, 'आरोपी डिस्लेक्सिया से पीड़ित है. इसलिए घंटों तक आरोपी से सवाल पूछना उसका अनावश्यक उत्पीड़न है. यह अनुरोध किया जाता है कि आरोपी को ईडी की अतिरिक्त हिरासत में रखने की अनुमति न दी जाए.'

अवकाशकालीन न्यायाधीश चंद्रशेखर ने कहा कि मिशेल की ईडी हिरासत अतिरिक्त सात दिनों के लिए बढ़ाना न्याय के हित में है, क्योंकि आरोपी के सामने बहुत से दस्तावेजों को रखने की जरूरत है.

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