चीन ने हाइपरसोनिक मिसाइल DF-17 का किया सफल परीक्षण, भारत की बढ़ सकती है चिंता
अखबार के मुताबिक चीन ने हाइपरसॉनिक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण कर लिया है जिसकी जद में भात और अमेरिका दोनों होगा।
highlights
- चीन की हाइपरसोनिक मिसाइल की जद में भारत
- इस मिसाइल के जरिए सैन्य अड्डे और परमाणु रिएक्टर्स को निशाना बना सकता है चीन
नई दिल्ली:
चीनी अखबार साउथ चाइना मार्निंग में मंगलवार को छपी खबर ने जापान सहित अमेरिका और भारत की नींदे उड़ा दी है। अखबार के मुताबिक चीन ने हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण कर लिया है जिसकी जद में भारत और अमेरिका दोनों होंगे।
टोक्यो के डिप्लोमैट मैगजनी ने बीते साल के अंत में ही चीन के ऐसे प्रक्षेपण की जानकारी दी थी। अमेरिकी खुफिया एंजेसी के हवाले से द डिप्लोमैट मैगजीन में दावा किया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने DF-17 मिसाइल को दो बार परीक्षण किया था और यह हर बार सफल रहा।
चीन इसे साल 2020 तक सेना में शामिल करने की तैयारी में है। हालांकि चीनी विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया और रक्षा मंत्रालय से संपर्क करने की सलाह दे डाली।
इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत है बाकी बैलिस्टिक मिसाइल के मुकाबले इसके वॉरहेड का तेजी से कम ऊंचाई वाले और ट्रैक न किए जाने वाले इलाके में हमला करना और दुश्मन देश का इसे ट्रैक नहीं कर पाना।
और पढ़ें: सेना पर BJP सांसद नेपाल सिंह के बिगड़े बोल, कहा- ये तो रोज मरेंगे
साउथ मॉर्निंग पोस्ट में छपे आर्टिकल्स में लिखा गया है कि DF-17 टेस्ट मिसाइल जिउक्वॉन सेंटर से लॉन्च किया गया और ट्रायल के दौरान इसने 1400 किलोमीटर तक उड़ान भरी।
चीन के रक्षा विशेषज्ञ के मुताबिक पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइल की तुलना में एचजीवी को मार गिराना ज्यादा कठिन है। जानकारों के मुताबिक चीन के एचजीवी टेक्नॉलजी से भारत को भी चिंतित होने की जरूरत है क्योंकि सैन्य अड्डे और परमाणु रिएक्टर्स सीधे इसके जद में होंगे।
और पढ़ें: दिल्ली और उत्तर भारत कोहरे की चपेट में, कई फ्लाइट्स-ट्रेनें लेट
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय