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खत्म नहीं हुआ डोकलाम विवाद, चीन ने फिर शुरू किया सड़क निर्माण

डोकलाम में सैन्य गतिरोध के समाधान होने के करीब एक महीने से कम समय के भीतर ही यह विवाद फिर से गहराने लगा है।

Updated on: 06 Oct 2017, 06:05 AM

highlights

  • डोकलाम गतिरोध के समाधान होने के करीब एक महीने से कम समय के भीतर ही यह विवाद फिर से गहराने लगा है
  • खबरों के मुताबिक चीनी सैनिकों ने डोकलाम में फिर से सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है
  • डोकलाम पर भूटान और चीन दोनों ही अपना दावा ठोंकते हैं लेकिन भारत इस इलाके पर भूटान के दावे को सही मानता है

नई दिल्ली:

डोकलाम में सैन्य गतिरोध के समाधान होने के करीब एक महीने से कम समय के भीतर ही यह विवाद फिर से गहराने लगा है।

एक अंग्रेजी चैनल की खबर के मुताबिक चीनी सैनिकों ने डोकलाम में फिर से सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है। पिछली बार जिस जगह सड़क निर्माण को लेकर भारत-चीन के बीच करीब दो महीनों तक सैन्य गतिरोध चला था, वहां से यह जगह करीब 10 किलोमीटर दूर है।

इससे पहले डोकलाम इलाके में सड़क निर्माण को लेकर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं और यह गतिरोध 73 दिनों तक जारी रहा था।

डोकलाम पर भूटान और चीन दोनों ही अपना दावा ठोंकते हैं लेकिन भारत इस इलाके पर भूटान के दावे को सही मानता है।

डोकलाम में सड़क बनाने की यह खबर वैसे समय में सामने आई है, जब यह माना जा रहा था कि दोनों देशों के बीच इस विवाद का समाधान निकल चुका है।

इससे पहले गुरुवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ ने एक साथ दो मोर्चे पर भारत के युद्ध लड़ने की सक्षमता का हवाला देते हुए कहा था कि चीनी सैनिक अभी भी डोकलाम क्षेत्र के चुंबी घाटी में तैनात हैं।

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हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि वह जल्द ही वापस चले जाएंगे।

डोकलाम की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर वायुसेना प्रमुख ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वास्तविक नियंत्रण रेखा के किनारे तिब्बत के दक्षिणी इलाकों में चीनी सेना चुंबी घाटी में छिपे हुए हैं।

धनोआ ने कहा, 'दोनों पक्षों के आमने सामने के दौरान कोई शारीरिक मुकाबला नहीं हुआ है। हालांकि चुंबी घाटी में अबी भी चीनी सैनिक तैनात हैं।'

वायुसेना प्रमुख ने यह भी स्पष्ट किया कि डोकलाम में डेढ़ महीने की लंबी अवधि के दौरान कोई हवाोई कानून का उल्लंघन नहीं हुआ, जबकि तिब्बती पठार में दो हवाई क्षेत्रों पर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी मौजूद थी।

उन्होंने कहा, 'जहां तक पता चला है, हमारे पास ये उपाय थे कि सशस्त्र लड़ाकों को कथित एलएसी से 20 किलोमीटर से अधिक नहीं जाना है, जिसका उल्लंघन दोनों तरफ से ही नहीं किया गया था।' 

धनोआ ने कहा, 'हमारे बीच गतिरोध जमीन पर था, लेकिन हवा में कोई गतिरोध नहीं था।' 

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीन डोकलाम इलाके में लगातार सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है, जो मौजूदा स्थिति को बिगाड़ सकता है।

धनओ ने भी चुंबी घाटी में चीनी सैनिकों की मौजूदगी का हवाला देते हुए इसी तनाव की तरफ इशारा कर हे थे।

धनोआ ने कहा, 'दोनों पक्षों के आमने सामने के दौरान कोई शारीरिक मुकाबला नहीं हुआ है। हालांकि चुंबी घाटी में अभी भी चीनी सैनिक तैनात हैं।'

यातुंग में भी चीनी सैनिकों की संख्या बढ़ाए जाने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक चीनी सैनिक की डोकलाम में तैनाती होती है लेकिन वह सर्दी में इलाके से निकल जाते हैं।

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