नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए सुरक्षा बलों का ये है प्लान, कई कमांडर्स सरकार के हिट लिस्ट में
सीआरपीएफ के जवानों पर सुकमा में हुए हमले के बाद नक्सली आतंक की कमर तोड़ने के लिए उनके टॉप लीडर्स को निशाना बनाया जाएगा।
नई दिल्ली:
सीआरपीएफ के जवानों पर सुकमा में हुए हमले के बाद नक्सली आतंक की कमर तोड़ने के लिए उनके टॉप लीडर्स को गिरफ्त में लिया जा सकता है। सुरक्षा बलों को नक्सलियों से पार पाने के लिए उनके नेताओं, एरिया कमांडर्स और 'जन मिलिशिया' के प्रभावी सदस्यों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने को कहा गया है।
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में नक्सलियों के दक्षिणी बस्तर डिविजन का कमांडर राघु, जगरगुंडा एरिया कमिटी का हेड पापा राव और हिडमा शामिल हैं।
पीपुल्स लिब्रेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) की पहली बटालियन का कमांडर हिडमा को हाल में हुए हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
अंग्रेजी अखबार के सूत्रों की माने तो बस्तर में नक्सलियों की अलग-अलग कमिटियों के करीब 200-250 नेता और एरिया कमांडर्स ऐसे हैं, जो सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बनाने और तालमेल के लिए झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र का दौरा करते हैं।
बताया जाता है कि बस्तर बेल्ट में करीब 4,000 सशस्त्र नक्सली काडर हैं और उनके करीब 10,000-12,000 सहायक हैं, जिनको 'जन मिलिशिया' के नाम से पुकारा जाता है।
सरकारी अधिकारी ने बताया, 'सीनियर लीडर्स घात लगाकर हमला करने की योजना बनाते हैं। पिछले साल से बड़ी संख्या में नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है लेकिन उनके सीनियर लीडर्स काफी समय से सुरक्षा बलों को चकमा दे रहे हैं।'
अधिकारी ने बताया, 'गृह मंत्री राजनाथ सिंह कह चुके हैं कि बस्तर क्षेत्र में माओवादियों की कमर तोड़ने के लिए मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियों की जितनी भी जरूरत पड़ेगी, सरकार देने को तैयार है।'
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अधिकारी ने बताया कि नक्सलियों से मुकाबले के लिए गृहमंत्री ने सुरक्षा बलों को आधुनिक तकनीक उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया है। मजबूत इंटेलिजेंस सिस्टम की मदद से ही इन 250 लीडर्स और जन मिलिशिया के अहम सदस्यों को गिरफ्त में लिया जा सकता है।
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