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राम मंदिर ट्रस्ट में इन्हें मिल सकती है जगह, एक दर्जन नामों पर विचार कर रही केंद्र सरकार

राम मंदिर ट्रस्ट के लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है. सरकार की ओर से करीब एक दर्जन नामों पर विचार किया जा रहा है. इनमें राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास, दिगंबर अखाड़ा के अध्यक्ष महंत सुरेश दास आदि शामिल हैं.

Updated on: 14 Jan 2020, 01:47 PM

highlights

  • राम मंदिर ट्रस्ट के लिए एक दर्जन नामों पर विचार कर रही है केंद्र सरकार
  • प्रधानमंत्री से 2 अप्रैल को रामनवमी पर राम मंदिर की आधारशिला रखने की हो रही अपील
  • विश्व हिंदू परिषद और साधु-संतों की 20-21 जनवरी को प्रयागराज में होने वाली है अहम बैठक

अयोध्या:

राम मंदिर ट्रस्ट के निर्माण के लिए कवायद तेज हो चुकी है. केंद्र सरकार की ओर से करीब एक दर्जन नामों विचार किया जा रहा है. इसी बीच विश्व हिंदू परिषद और साधू-संतों की 20-21 फरवरी को प्रयागराज में अहम बैठक होने वाली है. माना जा रहा है कि इस बैठक में संत समाज 2 अप्रैल को रामनवमी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राम मंदिर की आधारशिला रखने की अपील कर सकता है.

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जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार राम मंदिर ट्रस्ट के लिए एक दर्जन से अधिक नामों पर विचार कर रही है. इनमें नामों में राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास, दिगंबर अखाड़ा के अध्यक्ष महंत सुरेश दास (अयोध्या मामले में ये सुप्रीम कोर्ट में एक पक्षकार थे), जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी, निर्मोही अखाड़ा के सरपंच रामचंद्र आचार्या या अखाड़ा के अयोध्या अध्यक्ष महंत दिनेंद्र दास, मणिरामदास छावनी के अध्यक्ष महंत कमलानयन दास, राम लला के 'सखा' त्रिलोकी नाथ पांडे, VHP के उपाध्यक्ष चंपत राय और कुछ दूसरे अखाड़ों के अध्यक्ष का नाम शामिल है.

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इससे पहले दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास प्रधानमंत्री को पत्र लिख 2 अप्रैल को मंदिर की आधारशिला रखने की मांग कर चुके हैं. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेन्द्र मोदी अभी तक अस्थाई राम मंदिर नहीं गए हैं. महंत सुरेश दास ने प्रधानमंत्री को लिखा है कि मोदी के लिए मंदिर स्थल पर उस 'पवित्र पत्थर' को रखना उचित होगा, जिसे राम जन्मभूमि आंदोलन के अध्यक्ष दिवंगत परमहंस रामचंद्र दास ने 2002 में केंद्र सरकार के एक प्रतिनिधि को सौंपा था.

मुख्यमंत्री योगी को भेजा निमंत्रण
20-21 जनवरी को होने वाली संतों की बैठक के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी निमंत्रण भेजा गया है. इसके अलावा साध्वी ऋतंभरा और स्वामी रामदेव को भी आमंत्रित किया है. इस बैठक में देशभर के संत समाज के लोग मौजूद रहेंगे. राम मंदिर निर्माण के लिए इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.