logo-image

BMC को दवा सप्लाई करने वाले सप्लायर्स ने हड़ताल वापस ली, जानिए किस वजह से की थी हड़ताल

मुंबई में बीएमसी के तहत आने वाले अस्पतालों में दवा सप्लायर्स के हड़ताल पर जाने की वजह से वहां की दवा आपूर्ति बंद हो गई थी.

Updated on: 26 Jun 2019, 06:11 PM

highlights

  • मुंबई में दवा सप्लायर्स ने हड़ताल वापस ली
  • बीएमसी को दवा सप्लाई करते थे सप्लायर्स
  • एक दवा सप्लायर पर कार्रवाई के बाद गए थे हड़ताल पर

नई दिल्ली:

BMC को दवा सप्लाई करने वाले सप्लायर्स ने हड़ताल वापस ली. दवा सप्लायर्स के हड़ताल वापस लिए जाने के बाद से अब बीएमसी ने राहत की सांस ली है जबकि दवा सप्लायर्स का कामकाज दोबारा शुरू हो गया है. आपको बता दें कि बीएमसी ने एक दवा सप्लायर का जुर्माना करके उसे दंडित किया था और उसे ब्लैक लिस्ट भी कर दिया था जिसके बाद सप्लायर संगठन ने हड़ताल का ऐलान कर दिया था. बुधवार को बीएमसी कमिश्नर और हेल्थ कमिटी द्वारा बातें मान लेने के बाद दवा सप्लायर्स ने हड़ताल वापसी का ऐलान कर दिया है.

आपको बता दें कि मुंबई में बीएमसी के तहत आने वाले अस्पतालों में दवा सप्लायर्स के हड़ताल पर जाने की वजह से वहां की दवा आपूर्ति बंद हो गई थी. इस हड़ताल की वजह से  दवा आपूर्तिकर्ताओं ने हड़ताल कर दिया था जिससे अस्पतालों को दवा की आपूर्ति बंद हो गई थी. मंगलवार को बीएमसी ने एक दवा आपूर्तिकर्ता पर जुर्माना करके उसे दंडित किया था इतना ही नहीं बल्कि उसे ब्लैक लिस्ट में भी डाल दिया था. जिसके बाद दवा आपूर्तिकर्ताओं ने बीएमसी के विरोध में यह कदम उठाया था.

यह भी पढ़ें-पीएम मोदी ने राज्यसभा में कांग्रेस पर कसा तंज, पूछा क्या वायनाड और रायबरेली में देश चुनाव हार गया था

हालांकि बृहन्नमुंबई नगरपालिका परिषद (BMC) ने बुधवार को कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है और अस्पतालों के पास पर्याप्त मात्रा में दवाएं हैं. निकाय अस्पतालों में दवा आपूर्ति के 90 फीसदी हिस्से पर ऑल इंडिया फूड एंड ड्रग लाइसेंस होल्डर एसोसिएशन (AIFDLH) का नियंत्रण है. संस्था का कहना था कि दवाओं की किल्लत गुरुवार से महसूस होगी. एआईएफडीएलएच अध्यक्ष अभय पांडेय ने बुधवार को आरोप लगाया कि बीएमसी ने बिना किसी गलती के एक ईमानदार आपूर्तिकर्ता को काली सूची में डाल दिया था जिसकी वजह से ये लोग हड़ताल पर चले गए थे.

यह भी पढ़ें-सुरक्षा परिषद की अस्थाई सदस्यता के लिए भारत की बड़ी जीत, मिला इतने देशों का समर्थन