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पश्चिम बंगाल: कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी को भीड़ ने घेरा, कहा- BJP नेताओं की जान खतरे में

पश्चिम बंगाल: कैलाश विजयवर्गीय की गाड़ी को भीड़ ने घेरा, कहा- BJP नेताओं की जान खतरे में

Updated on: 18 Dec 2019, 06:34 PM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के काफिले को नवग्राम में अचनानक वहां की स्थानीय लोगों ने घेर लिया. बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने चारो ओर से अपनी गाड़ी लोगों से घिरे होने के बाद पुलिस को फोन किया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला. उन्होंने एसपी और डीजी को भी फोन किया लेकिन कोई असर नहीं हुआ. बाद में कैलाश विजय वर्गीय ने मीडिया से बातचीत करते हुए पश्चिम बंगाल में अराजकता होने दावा किया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की. कैलाश विजय वर्गीय ने बताया कि पहले उनकी गाड़ी के दोनों तरफ भीड़ जमा हुई इसके बाद गाड़ी को चारो ओर से लोगों ने घेर लिया. और कोई सुनवाई नहीं हो रही ऐसे में उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की अराजक सरकार में कुछ भी हो सकता है. यहां किसी का जीवन सुरक्षित नहीं है.

थोड़ी देर बाद में बीजेपी नेता के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें किसी तरह से इस भीड़ के चंगुल से सुरक्षित बाहर निकाला. आपको बता दें कि बीजेपी नेता कैलाश विजय वर्गीय मुर्शिदाबाद जा रहे थे. इस घटना के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि विपक्ष के नेताओं की जान सुरक्षित नहीं कही जा सकती.

इसके पहले रविवार को पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुई हिंसा पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कहा था कि पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में झड़पों और आगजनी की घटनाओं के लिए 'बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठिये' जिम्मेदार हैं. अगर यही हालात रहे तो पार्टी राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करेगी. सिन्हा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'तुष्टीकरण की नीतियों' का दोषी ठहराते हुए इस बात का दावा किया था कि इन नीतियों से ही पश्चिम बंगाल में ऐसे हालात पैदा हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, 'ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर राज्य में पिछले दो दिन से जारी हिंसा को रोकने के लिए कोई भी कारगर उपाय नहीं किया.'

आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. इस दौरान कई बसों और एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी की गई. पुलिस ने बताया था कि मुर्शिदाबाद, उत्तरी 24 परगना जिलों और हावड़ा (ग्रामीण) से भी हिंसा की खबरें मिलीं. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.