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BJP इस तरह से दक्षिण भारत में जमा रही जड़ें, महाबलीपुरम पहला पड़ाव

उत्तर भारत (North India) में जीत का परचम लहराने के बाद BJP अब दक्षिण भारत (South India) के राज्यों को साधना चाहती है.

Updated on: 12 Oct 2019, 01:10 PM

highlights

  • BJP तमिलनाड सहित पूरे दक्षिण भारत में जड़े जमा रही है. 
  • महाबलिपुरम में चीन के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात पहला स्टेप. 
  • आगे भी साऊथ इंडिया पर रह सकती है बीजेपी की नजर.

नई दिल्ली:

उत्तर भारत (North India) में जीत का परचम लहराने के बाद BJP अब दक्षिण भारत (South India) के राज्यों को साधना चाहती है. जिसमें तमिलनाडु (Tamil Nadu) एक ऐसा राज्य है जहां बीजेपी को आशा की किरण दिखाई देती है. कई दशकों से तमिलनाडु में मुख्यत: दो प्रमुख दल एआईएडीएमके (AIMDMK) और डीएमके (DMK) का वर्चस्व रहा है.

लेकिन एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता (Jaylalita) की मौत के बाद पार्टी कई हिस्सों में बंट चुकी है. लिहाजा बीजेपी इस राजनीतिक अवसर का लाभ जरूर लेना चाहेगी.

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हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कई सार्वजनिक मंचों से तमिलनाडु को साधने के प्रयास किए हैं. हिन्दी को लेकर देश में जारी बवाल में सबसे ताकतवर आवाज तमिलनाडु से उभरी. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ह्यूस्टन (Houstan) के हाउदी मोदी (Howdy Modi) कार्यक्रम में इस बहस पर यह कहकर विराम लगा दिया कि तमिल दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है. यही नहीं 15 अगस्त को जल जीवन मिशन लॉन्च करते हुए भी पीएम ने थिरूवल्लूर के संत का जिक्र किया.

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चीन के राष्ट्रपति जी जिंगपिंग (Chines President Xi Jinping) के साथ अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए भी ऐतिहासिक महाबलीपुरम (Mahabalipuram) को चुना गया. चीन के साथ महाबलिपुरम के रिश्ते के ऐतिहासिक साक्ष्य जरूर हैं लेकिन महाबलीपुरम में इस कार्यक्रम के होने के राजनितिक संदेश भी निहित हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शिखर सम्मेलन के पहले दिन पीएम मोदी दक्षिण भारत की खास पोशाक वेश्टी में भी नजर आएं.