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जिनके बच्चों की चमकी बुखार से मौत हुई पुलिस ने उन्हीं के खिलाफ मामला दर्ज किया

हरिबन्श पुर गांव के टोले वालों ने अपने यहां की समस्याओं मसलन पीने का पानी, बुखार से इलाज की व्यवस्था की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया था.

Updated on: 25 Jun 2019, 12:13 AM

highlights

  • पुलिस ने 19 लोगों पर मामला दर्ज किया
  • इनमें चमकी बुखार से मरे बच्चों के परिजन भी शामिल हैं
  • नीतीश कुमार का घेराव कर रहे थे सब

नई दिल्ली:

बिहार में वैशाली के भगवानपुर प्रखंड में पुलिस ने ऐसे परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है जिनके बच्चे चमकी बुखार की वजह से दुनिया छोड़कर चले गए हैं. मामला 18 जून का है जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  उन्ही लोगों के खिलाफ मामला दर्ज़ जिनके बच्चे चमकी बुखार से मरे.18 जून को जिस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिमाग़ी बुखार के मरीज़ों का हाल जानने के लिए मुज़फ्फ़रपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा करने गए थे. हरिबन्श पुर गांव के टोले वालों ने अपने यहां की समस्याओं मसलन पीने का पानी, बुखार से इलाज की व्यवस्था की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया था.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनएच-22 से होकर जाएंगे इसी को देखते हुए सड़क किनारे स्थित गाँव के लोगों ने रोड का घेराव कर दिया था. पुलिस ने रोड घेराव के कारण ही 19 नामजद और 20 अन्य के खिलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की है. नामजदों में क़रीब आधे दर्जन वे लोग हैं जिनके बच्चों की मौत बुखार से हुई है.

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आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार में ‘चमकी बुखार’ का जो कहर शुरू हुआ है वह रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अब तक इस बीमारी से राज्य में लगभग 152 मौतें हो चुकी हैं. पूरे राज्य में चमकी बुखार की वजह से मचे हाहाकार के बीच आज इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने चमकी बुखार के मुद्दे पर केंद्र सरकार और बिहार सरकार से जवाब मांगा है. सर्वोच्च अदालत ने सरकारों से हेल्थ सर्विस हाइजीन और न्यूट्रिशन मामलों पर हलफनामा दायर करने का आदेश दिया है.

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