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कर्नाटक: बेंगलुरू मेट्रो स्टेशन पर हिंदी में लिखा नाम हटाया

बेंग्लुरु मेट्रो स्टेशन पर हिंदी में लिखे नामों वाले साइन बोर्ड्स पर कर्नाटक रक्षणा वेदिक संगठन ने नाम छुपाया।

Updated on: 20 Jul 2017, 11:24 AM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में अलग झंडे की मांग खारिज होने के बाद अब हिंदी भाषा निशाने पर आ गई है। कर्नाटक रक्षणा संगठन के सदस्यों ने बेंगलुरू मेट्रो स्टेशनों पर लगे हिंदी साइन बोर्ड को निशाना बनाया है। 

बुधवार रात कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में रक्षणा वैदिक संगठन के सदस्यों ने मेट्रो स्टेशंस पर हिंदी में लिखे साइन बोर्ड को निशाना बनाना शुरू कर दिया और इसे काले रंग से पेंट कर दिया। 

बेंगलुरू के यसवंतपुर, इंदिरानगर और दीपांजलि मेट्रो स्टेशन पर कर्नाटक रक्षणा वैदिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने पोस्टर पर हिंदी में लिखे नाम को मिटा दिया है। इसके अलावा साथ ही साइन बोर्ड पर हिंदी में लिखा नाम काले रंग से पोत कर छुपा दिया।

कर्नाटक की सिद्धरमैया सरकार की अलग झंडे की मांग को गृहमंत्रालय ने किया खारिज

वहीं इंदिरानगर मेट्रो स्टेशन पर इन कार्यकर्ताओं ने हिंदी साइनबोर्ड पर प्लास्टर लगा दिया। बता दें कि 18 जुलाई को कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने राज्य के अलग झंडे की मांग की थी।

कर्नाटक में सिद्धरमैया सरकार के अलग झंडे के फैसले से कांग्रेस आलाकमान नाराज़

इसके लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 9 सदस्यों की कमेटी गठित भी कर दी थी, जो झंडे के डिजाइन और उसे कानूनी मान्यता दिलाने का काम करने में जुटी है। हालांकि इस मांग की देश भर में निंदा हुई और गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार की इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया।

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