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अयोध्या विवाद: मस्जिद का निर्माण मुसलमानों के लिए आस्था का विषय, समझौते का सवाल नहीं- AIMPLB

बाबरी मस्जिद जैसे संज़ीदा मामले में जहां करोंड़ो मुसलमानों की इससे आस्था जुड़ी है, ऐसे में मुस्लिम समुदाय किसी भी तरह से त्याग या ज़मीन दान करने की बात सोच भी नहीं सकता।

Updated on: 11 Feb 2018, 05:50 PM

नई दिल्ली:

अयोध्या विवाद को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने रविवार को एक बार पिर से अपना रुख़ साफ़ करते हुए कहा कि बाबरी मस्जिद इस्लाम और मुस्लिम समुदाय के लिए आस्था का विषय है इसलिए इसमें किसी भी तरह के समझौते का कोई सवाल ही नहीं उठता।

उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद जैसे संजीदा मामले में जहां करोंड़ो मुसलमानों की इससे आस्था जुड़ी है, ऐसे में मुस्लिम समुदाय किसी भी तरह से त्याग या ज़मीन दान करने की बात सोच भी नहीं सकता।

एआईएमपीएलबी ने कहा, 'बाबरी मस्जिद एक मस्जिद है और अनंतकाल तक ये मस्जिद ही रहेगी। इसे धव्स्त करने से इसकी पहचान ख़त्म नहीं होगी।'

आगे उन्नेहोंने कहा, 'बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हमने सुप्रीम कोर्ट में भी मज़बूती से अपना पक्ष रखा है।'

इससे पहले एआईएमपीएलबी ने अयोध्या विवाद पर सुलह की सलाह देने वाले बोर्ड के कार्यकारी सदस्य मौलाना सैयद सलमान हुसैन नदवी को संगठन से बाहर निकाल दिया।

एआईएमपीएलबी के सदस्य कासिम इलियास ने कहा, 'कमेटी ने घोषणा की कि एआईएमपीएलबी बोर्ड अपने पुराने रुख पर कायम है। क्योंकि सलमान नदवी इस फैसले के खिलाफ गये इसलिए इन्हें निष्कासित कर दिया गया है।'

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एआईएमपीएलबी प्रवक्ता ने कहा कि अनुशासनात्मक समिति की सिफारिश के बाद नदवी को निष्कासित किया गया। 

नदवी ने 'आर्ट आफ लिविंग' के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर से मुलाकात की थी। रविशंकर ने पिछले दिनों बेंगलुरु में सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों से भी मुलाकात की थी।

उन्होंने कहा था कि बाबरी मस्जिद राम जन्मभूमि विवाद के आपसी सहमति के समाधान का समर्थन करते हैं। नदवी ने कहा, 'इस्लाम में दूसरी जगह पर मस्जिद बनाने का प्रावधान है।'

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वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने बोर्ड की 26वें अधिवेशन के बाद कहा, 'बाबरी मस्जिद के बारे में, यह स्पष्ट रूप से कहा गया कि एक बार जब मस्जिद बन जाती है तो अनंतकाल तक यह मस्जिद रहती है।'

उन्होंने हैदराबाद में सुलह के सवाल पर कहा, 'इस पर कोई समझौता नहीं होगा। जहां तक बाबरी मस्जिद की बात है, मस्जिद मुद्दे पर समझौता करने वाले लोग अल्ला के सामने जवाबदेह होंगे।'

साथ ही ओवैसी बाताया कि एआईएमआईएम के अध्यक्ष और महासचिव ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा प्रस्तावित तीन तलाक बिल पर कहा कि इसे मुस्लिम समुदाय के लोग स्वीकार नहीं करेंगे।

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