AyodhyaVerdict : अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता साफ
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता साफ
नई दिल्ली:
देश के सबसे पुराने मामले अयोध्या केस (Ayodhya case) में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) आज फैसला सुनाएगा. 40 दिन तक चली सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 16 अक्टूबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था. पांच जजों की संवैधानिक पीठ सुबह 10.30 बजे कोर्ट में बैठेगी और इसके बाद अपना निर्णय सुनाएगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) की अगुवाई में पांच जजों की संविधान पीठ ने इस मामले को सुना है और अब यही पीठ ऐतिहासिक फैसला लिखने के करीब है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों ने संयम, शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है.
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-आस्था और विश्वास पर कोई विवाद नहीं हो सकता
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-पुरातात्विक प्रमाणों से हिंदू धर्म से जुड़ी संरचना का पता चलता है
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लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं.
गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बड़ी बैठक
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह के घर पर बड़ी बैठक हो रही है. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है. एनएसए, आईबी चीफ समेत सभी आला अधिकारी मौजूद हैं.
अयोध्या फैसले को लेकर पश्चिमी यूपी के संवेदनशील जिले सहारनपुर में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है. शहर के कई संवेदनशील इलाकों में आईटीवीपी के जवानों को तैनात किया गया है. सीसीटीवी के जरिए यहां निगाह रखी जा रही है. अधिकारी सुबह सवेरे से गश्त पर निकले हुए हैं. इसके अलावा चौक चौराहों पर सामाजिक लोगों की भी ड्यूटी लगाई गई है जो अमन भाई चारे का संदेश देते नजर आ रहे हैं
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जजों का पैनल
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जजों का पैनल, कुछ ही देर में आएगा फैसला
बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सभी को मानना चाहिए, इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए. हम सभी से अपील करते हैं कि नकारात्मक माहौल न बनाएं, सौहार्द बनाए रखा जाए.
बढ़ाई गई अयोध्या की सुरक्षा
आशुतोष पाण्डे ने बताया कि अर्द्धसैनिक बल, आरपीएफ और पीएसी की 60 कंपनियों की तैनाती कर दी गई है. 1200 पुलिस कांस्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर, 20 डिप्टी एसपी और दो एसपी की तैनाती की गई है. सुरक्षा निगरानी के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग, 35 सीसीटीवी और 10 ड्रोन तैनात किए गए हैं, इससे पूरी निगरानी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के एडीजी अभियोजन आशुतोष पाण्डे की ओर से कहा गया है कि अयोध्या में भक्त रामलला के दर्शन कर सकते हैं. भक्तों के मंदिर जाने पर कोई भी प्रतिबंध नहीं है. वहां के बाजार खुले हुए हैं और जनजीवन पूरी तरह से सामान्य बना हुआ है.
अलीगढ़ जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह ने पूरे जिले में 12 बजे (08.11.2019) से 12 बजे (09.11.2019) तक सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं.
Aligarh District Magistrate (DM), Chandra Bhushan Singh: All mobile internet services to remain suspended from 12 AM (08.11.2019) to 12 AM (09.11.2019) in the entire district.
— ANI UP (@ANINewsUP) November 8, 2019
उत्तर प्रदेश में भी धारा 144 (एक क्षेत्र में 4 से अधिक लोगों की सभा पर प्रतिबंध लगाया गया है) लागू है.
Section 144 (prohibits assembly of more than 4 people in an area) has been imposed in the state of Uttar Pradesh. #AyodhyaVerdict
— ANI UP (@ANINewsUP) November 8, 2019
भोपाल के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट ने अयोध्या के फैसले पर से पहले जिले में धारा 144 (4 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध) लगा दिया है. सभी निजी और सरकारी स्कूल, कॉलेज कल बंद रहेंगे.
Collector and District Magistrate of Bhopal on #Ayodhya verdict: Section 144 (gathering of more than 4 people banned) has been imposed in the district. All private & government schools, colleges to remain closed tomorrow. #MadhyaPradesh
— ANI (@ANI) November 8, 2019
यूपी के साथ ही कर्नाटक में भी 11 नवंबर तक के लिए स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.
Karnataka: All schools and colleges to remain closed tomorrow. #AyodhyaVerdict
— ANI (@ANI) November 8, 2019
मुंबई पुलिस पीआरओ ने बयान जारी कर कहा कि मुंबई पुलिस स्थिति से अवगत है और हम कड़ी निगरानी रख रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर हमारी तैयारी शुरू हो गई है. पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है.
Mumbai Police PRO: Mumbai Police is aware of the situation and we are keeping a close watch. Our preparations for tomorrow have begun. Adequate arrangements are being made. #Ayodhya pic.twitter.com/UDhtHZTkh3
— ANI (@ANI) November 8, 2019
पीएम मोदी ने तीसरा ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे. बता दें कि सीएम योगी ने भी प्रदेशवासियों को शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
PM tweets, "Whatever decision SC delivers in #Ayodhya case, it'll not be a victory or defeat of anyone. My appeal to the countrymen is that it should be the priority of all of us that this decision should further strengthen the great tradition of peace,unity&goodwill of India. pic.twitter.com/nGXKyfraO6
— ANI (@ANI) November 8, 2019
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं. कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या पर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था. इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं.
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