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Ayodhya Case Last day hearing: अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान 10 बड़ी बातें

बुधवार को अयोध्या विवाद (Ayodhya Controversy) की सुनवाई का 40वां दिन और अंतिम दिन था

Updated on: 16 Oct 2019, 06:02 PM

highlights

  • अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने पूरी की सुनवाई
  • सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा
  • 23 दिनों के बाद आ सकता है सुप्रीम कोर्ट का फैसला

नई दिल्‍ली:

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने ऐतिहासिक रामजन्म भूमि और बाबरी मस्जिद विवाद (Historical Ram Birth Palce and Babri Masjid Controversy) की सुनवाई पूरी कर ली है. बुधवार को अयोध्या विवाद (Ayodhya Controversy) की सुनवाई का 40वां दिन और अंतिम दिन था. हिंदू पक्ष (Hindu Paksh) की ओर से निर्मोही अखाड़ा, हिंदू महासभा, रामजन्मभूमि न्यास (Ram Janm Bhomi Trust) की ओर से दलीलें रखी गईं तो वहीं मुस्लिम पक्ष की तरफ से राजीव धवन (Rajiv Dhawan) ने अपनी दलीलें रखीं. सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) ने इस मामले में बुधवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. अगले 23 दिनों में अयोध्या विवाद पर फैसला आ सकता है. आइए आपको बताते हैं अयोध्या मामले में आखिरी दिन सुवाई की 10 बड़ी बातें.

1- सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में सुनवाई के लिए आखिरी दिन 17 अक्टूबर तय किया था लेकिन बहस के लिए आखिरी दिन 16 अक्टूबर तय किया गया. 17 अक्टूबर को ‘मोल्डिंग ऑफ रिलीफ’ के लिए रिजर्व रखा गया है. इस दौरान दोनों पक्षकार अपनी मांग सुप्रीम कोर्ट के सामने रखेंगे.

2- अयोध्या के केस में आखिरी सुनवाई से पहले मुस्लिम पक्ष की ओर से मध्यस्थता की खबरों का खंडन किया गया सुप्रीम कोर्ट में पर आखिरी सुनवाई से पहले मुस्लिम पक्ष की ओर से इस मामले में मध्यस्थता की खबरों का खंडन किया गया है. मुस्लिम पक्ष की ओर से पक्षकार इकबाल अंसारी के वकील एम.आर. शमशाद ने एक बयान जारी कर कहा है कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने जमीन पर दावा छोड़ने की बात नहीं की है, ये सभी अफवाह हैं.

3- रामलला विराजमान के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि जबतक जमीन पर हक ना हो तब तक मस्जिद नहीं बनाई सकती है. इसी के साथ ही रामलला विराजमान की दलीलों का समय खत्म हो गया.

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4- अयोध्या विवाद मामले में सुनवाई के दौरान वकीलों की तीखी बहस के बीच चीफ जस्टिस खफा हुए. CJI ने सुनवाई के दौरान कहा कि हमारी तरफ से दोनों ओर से बहस पूरी हो चुकी है. हम सिर्फ इस इसलिए सुन रहे हैं कि कोई कुछ कहना चाहता है तो कह दे. नाराज CJI ने कहा हम अभी उठ कर जा भी सकते हैं.

5- बुधवार को जब हिंदू महासभा की ओर से दलीलें शुरू की गईं तो अदालत में बहस छिड़ गई. हिंदू महासभा के वकील की ओर से सुप्रीम कोर्ट में किताब दिए जाने पर मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन ने आपत्ति जताई. इसी दौरान उन्होंने अदालत में एक नक्शा भी फाड़ डाला.

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6- लंच के बाद दोबारा मामले की सुनवाई करने बैठी बेंच ने स्पष्ट किया कि केवल पीएन मिश्रा को सुना जाएगा. फिर मुस्लिम पक्ष और फिर मोल्डिंग इन रिलीफ पर. हिन्दू महासभा की ओर से हरिशंकर जैन बहस कर रहे हैं. CJI ने कहा कि हम हरिशंकर जैन, पीएन मिश्रा और राजीव धवन को ही सुनेंगे.

7- नक्शा फाड़ने की बात के वायरल होने पर बोले धवन, कहा मैंने यह नक्शा सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फाड़ा था. मैंने कहा था कि मैं इसे फेंकना चाहता हूं तब चीफ जस्टिस ने कहा कि तुम इसे फाड़ सकते हो. इसपर चीफ जस्टिस ने कहा कि हमने कहा था कि अगर आप फाड़ना चाहें तो फाड़ दें.

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8- मुस्लिम पक्ष के वकील ने कहा कि 6 दिसंबर, 1992 को जो विवादित ढांचा ढहाया गया, वो हमारी प्रॉपर्टी थी. राजीव धवन ने कहा कि अयोध्या को अवध या औध लिखा गया है, जिसकी जांच सरकार के द्वारा की गई थी. इस पर जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि अगर हम आपके आधार को देखें तो ये कागजात मालिकाना हक नहीं दर्शाते हैं.

9- जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि नक्शे से ऐसा लगता है कि रामचबूतरा अंदर था. जिस पर राजीव धवन ने कहा कि दोनों ओर कब्रिस्तान है और चबूतरा भी मस्जिद का हिस्सा है. यह इमारत ही नहीं पूरी जगह मस्जिद का हिस्सा है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मुस्लिम पक्ष को ASI का नक्शा समझाने के लिए कहा.

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10- सुप्रीम कोर्ट में ऐतिहासिक अयोध्या विवाद की सुनवाई खत्म हो हुई और सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा. सबसे आखिरी में मुस्लिम पक्ष की ओर से दलीलें रखी गईं. जिस पर सर्वोच्च न्यायालय ने लिखित हलफनामा मोल्डिंग ऑफ रिलीफ को जमा करने के लिए तीन दिन का समय दिया.