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हवा से हवा में मार करने वाले 'अस्‍त्र' के पांचों परीक्षण सफल, भारतीय एयरफोर्स की ताकत बढ़ी

सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से छोड़ी गई 'अस्त्र' मिसाइल ने हवा में मौजूद अपने लक्ष्य को बहुत ही सफाई से भेद दिया. 'अस्त्र' मिसाइल की रेंज 70 किमी की दूरी पर लक्ष्य भेदने की है.

नई दिल्‍ली:

आसमान में भारत ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है. भारत ने हवा से हवा (Air to Air) में मार गिराने वाली मिसाइल 'अस्त्र' (Astra Missile) के सभी 5 परीक्षण सफल हुए हैं. यह मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकी (Indigenous Technology) पर आधारित भारतीय मिसाइल है.  'अस्त्र' का परीक्षण बांग्लादेश की खाड़ी (Bay of Bengal) में ओडिशा के तट पर किया गया. यह परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा. इस मिसाइल के हाथ में आ जाने के बाद हवा में भी अब भारतीय एयरफोर्स की मजबूती बढ़ी है.

यह टेस्ट इस मिसाइल का परीक्षण यूजर ट्रायल का हिस्सा था. ट्रायल के दौरान इस मिसाइल को सुखोई-30 एमकेआई (Sukhoi Su-30 MKI) लड़ाकू विमान से लांच किया गया, यहम मिसाइल लांचिंग के बाद तेजी से लक्ष्य भेदती है इसलिए इसे बियांड विजुअल रेंज मिसाइल कहा जाता है. 'अस्त्र' मिसाइल के परीक्षण के दौरान एक अधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से छोड़ी गई 'अस्त्र' मिसाइल ने हवा में मौजूद अपने लक्ष्य को बहुत ही सफाई से भेद दिया. 'अस्त्र' मिसाइल की रेंज 70 किमी की दूरी पर लक्ष्य भेदने की है.

एक और अधिकारी ने बताया कि इस मिशन को प्लान के मुताबिक किया गया जिसमें बहुत से राडार (Radar), इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और सेंसर के जरिए मिसाइल को ट्रैक किया जा रहा था जिसके जरिए पता चला कि लक्ष्य को मिसाइल ने सही तरह से भेदा है. 'अस्त्र' मिसाइल का निर्माण रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने किया है.