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CAA के पक्ष में सीएम सर्बानंद सोनोवाल और उनके मंत्री ने लिया हिस्सा...

असम में सीएए के पक्ष में रविवार को शांति रैली निकाली गई. असम के कामरूप में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) और राज्य मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने आज सीएए के पक्ष में रैली निकाली.

Updated on: 29 Dec 2019, 09:35 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में दो पक्ष खड़े हो चुके हैं. एक वो जो इस कानून के खिलाफ हैं और एक वो जो इसके पक्ष में खड़े हैं. इसी कड़ी में असम में सीएए के पक्ष में रविवार को शांति रैली निकाली गई. असम के कामरूप में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) और राज्य मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने आज सीएए के पक्ष में रैली निकाली.

सुअलकुची से असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और राज्य मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने आज नागरिकता कानून के समर्थन में एक शांति रैली में भाग लिया.

इधर, असम के सत्तारूढ़ गठबंधन की घटक अगप ने शनिवार को कहा कि पार्टी मूल निवासियों के साथ है और वह राज्य को संशोधित नागरिकता कानून के दायरे से बाहर रखने के लिए कटिबद्ध है.

असम गण परिषद (अगप) के कार्यकारी अध्यक्ष केशब महंत ने कहा कि असम संधि के उपबंध छह के अलावा स्थानीय लोगों की सुरक्षा भी चाहती है. यह उपबंध असमी लोगों की संस्कृति, सामाजिक, भाषाई पहचान और धरोहर की सुरक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए संवैधानिक, वैधानिक और प्रशासनिक मापदंड की व्यवस्था करता है.

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सर्बानंद सोनोवाल सरकार में मंत्री महंत ने कहा कि अगप चाहती है कि असम को भी पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों की तरह सीएए के दायरे से बाहर रखा जाए और इसलिए हमने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है.