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AN-32 Crash: खराब मौसम सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर को लाने में बन रहा बाधक

अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान AN-32 में सवार 13 सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर लाने में बाधा आ रही है और ये बाधा बन रही है बारिश.

Updated on: 15 Jun 2019, 08:35 PM

highlights

  • एएन-32 एयरक्राफ्ट हादसे में मारे सैन्यकर्मियों का पार्थिव शरीर लाने की कोशिश
  • खराब मौसम पार्थिव शरीर को लाने में बन रहा बाधक
  • 3 जून को अरुणाचल प्रदेश में हादसे का शिकार हुआ था एयरक्राफ्ट

नई दिल्ली:

अरुणाचल प्रदेश में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान AN-32 में सवार 13 सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर लाने में बाधा आ रही है और ये बाधा बन रही है बारिश. आईएएफ की रेस्क्यू टीम, आर्मी की स्पेशल फोर्स और आम नागरिक क्रैश वाली जगह पर मौजूद हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी बारिश और घने बादलों की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है.

वायुसेना पार्थिव शरीर को वहां से निकालने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. बचाव टीम ने शुक्रवार को रूसी एएन-32 विमान का कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और विमान डेटा रिकॉर्डर बरामद किया गया.
बता दें कि 3 जून को रूसी मूल के एएन-32 विमान ने असम के जोरहाट एयरबेस से चीनी सीमा के नजदीक अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए उड़ान भरी थी. विमान का दोपहर 1.30 बजे ग्राउंड स्टाफ से संपर्क टूट गया था.

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कई दिनों के बाद विमान खोज के विस्तृत क्षेत्र में एमआई-17 हेलीकॉप्टर ने 12,000 फुट की अनुमानित ऊंचाई पर टेटो के उत्तर-पूर्व में लापता ट्रांसपोर्टर विमान एएन-32 के मलबे को लीपो में देख गया. इसके बाद वहां टीम भेजकर विमान में सवार सभी लोगों की तलाश की गई. जिसमें पाया गया कि 13 लोगों में से कोई भी नहीं बचा.