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AN-32: भारतीय वायुसेना ने दुर्घटनाग्रस्त विमान के सभी मृतकों की पहचान उजागर की

मलबे को देखे जाने के बाद गुरुवार सुबह 15 सदस्यीय बचाव दल वहां पहुंचा था. आसपास खोजबीन के बाद कोई भी सवार सदस्य जीवित नहीं मिला.

Updated on: 13 Jun 2019, 01:52 PM

highlights

  • वायुसेना के मालवाहक विमान पर सवार सदस्य मारे गए.
  • भारतीय वायुसेना ने विज्ञप्ति जारी कर मृतकों की पहचान उजागर की.
  • 15 सदस्यीय बचाव दल ने किसी के जीवित होने से इंकार किया.

नई दिल्ली.:

जैसी आशंका थी वह सच साबित हुई. अरुणाचल प्रदेश की हवाई सीमा में गायब हुए भारतीय वायुसेना के मालवाहक विमान एएन-32 पर सवार सभी 13 जवान मारे गए हैं. सियांग जिले में मिले विमान के मलबे तक पहुंचे बचाव दल ने इसकी पुष्टि की है. भारतीय वायुसेना ने इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान पर सवार सभी जवानों के नाम भी जारी कर दिए हैं. गौरतलब है कि मलबे को देखे जाने के बाद गुरुवार सुबह 15 सदस्यीय बचाव दल वहां पहुंचा था. आसपास खोजबीन के बाद कोई भी सवार सदस्य जीवित नहीं मिला.

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ये हैं मृतक
भारतीय वायुसेना ने इसके बाद सभी मृतकों के नाम जारी कर दिए. इसके मुताबिक मृतकों में विंग कमांडर जीएम चार्ल्स, स्क्वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट आर थापा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, वारंट ऑफीसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कार्पोरल शेरिन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीड एयरक्राफ्ट मैन पंकज समेत पुताली और राजेश कुमार शामिल हैं.

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15 सदस्यीय बचाव दल ने सभी के मारे जाने की पुष्टि
भारतीय वायुसेना ने मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए सभी के परिजनों से दुःख की इस घड़ी में साथ होने की बात कही है. गौरतलब है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे तक पहुंचने के लिए बुधवार को एक 15 सदस्‍यीय विशेषज्ञ दल को ड्रॉप किया गया था. इस दल में वायुसेना, सेना के जवान और पर्वतारोही शामिल थे. बचाव दल को पहले एयरलिफ्ट करके मलबे के पास ले जाया गया और फिर उन्‍हें ड्रॉप किया गया. इससे पहले मंगलवार को भारतीय वायुसेना के लापता विमान एएन-32 का मलबा अरुणाचल के सियांग जिले में देखा गया था. दुर्घटना वाला इलाका काफी ऊंचाई पर और घने जंगलों के बीच है, ऐसे में विमान के मलबे तक पहुंचना सबसे चुनौतीपूर्ण काम था.