अमित शाह ने राम मंदिर आंदोलन के नेता अशोक सिंघल को याद किया
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राम जन्मभूमि आंदोलन के नेताओं में से एक अशोक सिंघल को रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि इस उद्देश्य के लिये उनका संघर्ष सराहनीय था.
दिल्ली:
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने राम जन्मभूमि आंदोलन के नेताओं में से एक अशोक सिंघल को रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि इस उद्देश्य के लिये उनका संघर्ष सराहनीय था. शाह ने कहा कि सिंघल ने बेहद धनी परिवार से आने के बावजूद, सभी खुशियां और वैभव का त्याग कर, एक सन्यासी की तरह देश और धर्म की सेवा सारी जिंदगी की. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “राम जन्मभूमि और राम सेतु आंदोलन व धर्म जागरण के लिए उनका संघर्ष वंदनीय था. उनकी पुण्यतिथि पर मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं.”
राम जन्मभूमि आन्दोलन के पुरोधा अशोक सिंघल जी ने एक अतिसंपन्न परिवार से आने के बाद भी सभी सुख और वैभव को त्याग कर जीवन भर एक सन्यासी के रूप में देश और धर्म की सेवा की। राम जन्मभूमि व रामसेतु आन्दोलन और धर्म जागरण के लिए उनका संघर्ष वन्दनीय था।
— Amit Shah (@AmitShah) November 17, 2019
उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें नमन। pic.twitter.com/azoSsA6lp0
सिंघल 20 सालों तक विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष थे और अयोध्या राम जन्मभूमि आंदोलन से बेहद गहराई से जुड़े थे. 89 साल की उम्र में 17 नवंबर 2015 को उनका निधन हो गया था. गृह मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों में से एक लाला लाजपत राय को उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए कहा कि वह देशवासियों के लिये प्रेरणा और देशभक्ति के प्रतीक बने रहेंगे.
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उन्होंने कहा, “लाला लाजपत राय जी एक ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे जिनके नाम से आज भी देशवासियों में राष्ट्रभक्ति तथा प्रेरणा का संचार होता है. मां भारती के लिए सर्वस्व अर्पण करना देश व संस्कृति के प्रति उनके अटूट प्रेम और आदर का परिचायक है. लालाजी के बलिदान को यह कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा.” देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लाला लाजपत राय का निधन 17 नवंबर 1928 को हुआ था.
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