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अमरनाथ यात्रा का तीसरा दिन, 11 हजार से ज्यादा लोगों ने किए दर्शन

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में शाम के समय बालटाल-पवित्र गुफा, पहलगाम-पवित्र गुफा के आसपास हल्की बारिश/ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है, हालांकि ऐसा होना के आसार कम हैं

Updated on: 03 Jul 2019, 11:41 AM

नई दिल्ली:

अमरनाथ गुफा के लिए बुधवार को 4,600 से अधिक श्रद्धालु जम्मू से रवाना हुए. मंगलवार को 11,456 तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन पूरे किए थे. पुलिस ने कहा, '4,694 यत्रियों का एक और जत्था बुधवार सुबह भगवती नगर यात्री निवास से कश्मीर घाटी के लिए सुरक्षा काफिले में रवाना हुआ. इनमें से 2,052 बालटाल आधार शिविर और 2,642 पहलगाम के लिए रवाना हुए हैं.'

जम्मू से पहला जत्था तड़के 3.30 बजे, जबकि दूसरा तड़के 4.05 बजे रवाना हुआ. मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में शाम के समय बालटाल-पवित्र गुफा, पहलगाम-पवित्र गुफा के आसपास हल्की बारिश/ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है, हालांकि ऐसा होना के आसार कम हैं.

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इस साल की अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई को शुरू हुई और 45 दिनों बाद 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ संपन्न होगी. अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बताया जा रहा है कि इस यात्रा के लिए इस साल करीब डेढ़ लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. इस यात्रा पर आतंकी साया भी मंडरा रहा है, ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर जवानों को तैनात किया गया है. दरअसल सुरक्षा एजेंसियों को मिली खूफिया जनकारी में बताया गया था कि भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए पाकिस्तानी सेना द्वारा खासतौर पर प्रशिक्षित 34 पाकिस्तानी आतंकियों समेत 290 आतंकी तैयार बैठे हैं. खुफिया जानकारी में आगाह किया गया है कि अमरनाथ यात्रा शुरू होते ही आतंकी सुरक्षा बलों को निशाना बना सकते हैं.

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बता दें पवित्र गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. कश्मीरी मुसलमानों ने ऐतिहासिक रूप से अपने हिंदू भाइयों को वार्षिक तीर्थयात्रा करने में आसानी और सुविधा के साथ मदद की है. वास्तव में, बूटा मलिक नाम के एक मुस्लिम चरवाहे ने 1850 में अमरनाथ गुफा की खोज की थी.