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अलवर: सरिस्का बाघ अभ्यारण में एक बाघ की मौत, पहले से गायब है एक बाघिन

देश के विख्यात अलवर के सरिस्का बाघ अभ्यारण में सोमवार की रात एक बाघ की मौत हो गई जबकि करीब 1 माह से अधिक समय से लापता एसटी 5 बाघ का अभी भी कुछ पता नहीं चल पाया है।

Updated on: 20 Mar 2018, 09:39 AM

नई दिल्ली:

देश के विख्यात अलवर के सरिस्का बाघ अभ्यारण में सोमवार की रात एक बाघ की मौत हो गई जबकि करीब 1 माह से अधिक समय से लापता एसटी 5 बाघ का अभी भी कुछ पता नहीं चल पाया है।

सोमवार की रात जिस युवा बाघ की मौत हुई है वो एसटी 11 है । सरिस्का में बाघ की मौत की खबर आने से वन प्रशासन में हड़कंप मच गया है। बाघिन ST-5 के लापता होने के बाद अब बाघ एसटी 11 का शव सदर रेंज के इंदौक के एक खेत में पड़ा मिला। बाघ के अगले पैर पर कटने जैसा निशान भी मिला है।

सूत्रों के अनुसार बाघ की मौत शिकार के लिए लगाए गए क्लच वायर के फंदे से हुई है। इस मामले में  सरिस्का अधिकारियों ने खेत मालिक भगवान सहाय प्रजापत को गिरफ्तार कर लिया है। रात को 10 बजे समाचार मिलने के बाद सरिस्का के अधिकारियों में हड़कंप मच गया ।

वहीं सरिस्का के अधिकारियों के अनुसार बाघ की मौत खेत के चारों ओर लगाई गई तारबंदी के कारण हुई है।

गौरतलब है कि यह बाघ ग्रामीणों के निशाने पर काफी समय से है क्योंकि युवा होने के कारण यह अक्सर मवेशियों को लगातार अपना निशाना बना रहा था। अक्टूबर 2016 में भी इस बाघ की हत्या करने के  प्रयास का मामला सामने आया था लेकिन उस घटना के बाद भी सरिस्का के अधिकारियों ने कोई सबक नहीं लिया।

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2016 में एक गाय के शिकार के बाद उस गाय पर कीटनाशक पदार्थ डाला गया व सरिस्का  के अधिकारियों ने उसके सेम्पल लिए थे लेकिन अभी तक कोई जांच नहीं हुई।

आपको बता दें कि सरिस्का  के सदर अकबरपुर और टेहला रेंज में बड़े पैमाने पर मवेशियों की चराई होती है। यहां बसे छोटे-छोटे गांव अभी तक विस्थापित नहीं हो सके हैं ।

ग्रामीण वन्यजीवों को अपना दुश्मन मानते हैं। यहां गंभीर बात यह है कि वन विभाग के राजस्थान प्रमुख मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक जीबी रेड्डी सहित अनेक अधिकारी सोमवार को सरिस्का में थे। इस बाघ के सिग्नल एक जगह मिलने के बाद भी किसी अधिकारी ने गंभीरता से नहीं लिया। 

बता दें कि वर्ष 2008 में सरिस्का में बाघों को रणथंबोर से लाकर बसाने की शुरुआत हुई थी।  सरिस्का में बाघों का सफाया 2004 में सामने आया था लेकिन वर्ष 2010 में सरिस्का में लाए गए पहले बाघ एसटी एक को जहर देकर मार दिया गया था।

एसटी 11  बाघ की उम्र करीब सवा 4 साल है और यह सरिस्का का पहला शावक था जो  बाघिनएसटी 2 से पैदा हुआ था।

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