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लोकसभा में DMK सांसद ने किया हिंदी भाषा का विरोध, कहीं ये बड़ी बातें

लोकसभा में गुरुवार को भाषा का मुद्दा उठा. डीएमके की कनिमोझी ने कहा, सरकार की सभी योजनाओं के नाम हिंदी में होते हैं.

Updated on: 11 Jul 2019, 10:30 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा में गुरुवार को भाषा का मुद्दा उठा. डीएमके की कनिमोझी ने कहा, सरकार की सभी योजनाओं के नाम हिंदी में होते हैं, जिसे हमारे ग्रामीण नहीं समझ सकते हैं. इसके पहले शून्‍यकाल के दौरान राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसानों का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया था. राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) ने केवल किसानों को वादे किए हैं, कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. वायनाड में कल भी एक किसान ने खुदकुशी की थी.

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डीएमके की कनिमोझी ने लोकसभा में कहा, इस सरकार द्वारा चलाए गए सभी कार्यक्रमों के नाम केवल हिंदी में होते हैं. मेरे जिला के ग्रामीण इसे कैसे समझेंगे. मैंने थोथूकुडी में साइनबोर्ड देखा, जिसपर बिना अनुवाद के ही लिखा था पीएम सड़क योजना. मैं इसे नहीं समझती.

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, हमारे रेल मंत्री बड़े दिलवाले हैं, कह रहे हैं कि हम 50 लाख करोड़ रुपये खर्च करेंगे. आज के रेल की स्‍थिति जो है कि रात में सोने की चटाई नहीं है तंबू की फरमाइश हो रही है. लोकसभा में कांग्रेस सांसद ने किसानों की हालत का मुद्दा उठाते हुए कहा, मेरे संसदीय क्षेत्र वायनाड में किसान आत्महत्या कर रहे हैं. यहां 8 हजार किसानों को बैंक लोन न चुकाने पर नोटिस भेजा गया है. केरल में 18 किसानों ने आत्महत्या की क्योंकि वह बैंकों का लोन नहीं चुका पाए.

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राहुल गांधी के बयान पर राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि किसानों की दयनीय स्थिति 4-5 साल में नहीं हुई है, जिन लोगों ने लंबे समय तक देश में सरकार चलाई है वो इसके लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के गठन के बाद किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, सभी किसानों को 6 हजार रुपये देने की योजना हमारी सरकार ने लागू की है और इससे उनकी आय में वृद्धि भी हुई है.