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जब नेतागीरी के चक्कर में टूट गई थी अलका लांबा की शादी

पिछले कुछ दिनों से ही अलका लांबा की APP से इस्तीफा देने की अटकलें जोरों पर थी. 3 सितंबर को वे सोनिया गांधी से भर मिली थीं

Updated on: 06 Sep 2019, 01:22 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली की चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने आखिरकार आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बताया जा रहा है कि AAP से इस्तीफा देने के बाद अलका लांबा अब दोबारा कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं. दरअसल अलका लांबा ने कांग्रेस के साथ ही अपने राजनीतिक जीवन शुरुआत की थी लेकिन फिक 2014 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं.

दरअसल पिछले कुछ दिनों से ही अलका लांबा की APP से इस्तीफा देने की अटकलें जोरों पर थी. 3 सितंबर को वे सोनिया गांधी से भर मिली थीं. तब से उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. शुक्रवाक को उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, अब समय आ गया है 'आप' को गुडबाय कहने का और पार्टी की प्राथमिक सदस्‍यता से इस्‍तीफा देने का. आम आदमी पार्टी में रहते हुए पिछले 6 साल में मुझे बहुत बड़ी सीख मिली. सभी का धन्‍यवाद.

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कौन हैं अलका लाबां?

अलका लाबां अपने राजनीतिक करियर के चलते काफी चर्चाओं में रही हैं लेकिन शायद बेहद कम लोग ही उनके निजी जीवन के बारे में जानते हैं. अलका लांबा ने अपने करियर की शुरुआत NSUI की छात्र राजनीति से की. इसके बाद वो कांग्रेस में शामिल हुई जहां वे सचिव पद पर भी रह चुकी थीं. इसके बाद 26 दिसबंर 2014 को उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और AAP में शामिल हो गईं. इसके बाद 2015 में उऩ्होंने दिल्ली विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की.

अलका लांबा के आप में शामिल होने के बाद कई मौकों पर उनकी पार्टी से तकरार के मामले सामने आए. पिछले कुछ दिनों से वह लगातार दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार खिलाफ बयान दे रही थीं. पिछले रविवार को अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा था, 'आम आदमी पार्टी में सम्मान से समझौता करके रहने से बेहतर है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दूं, जिसकी घोषणा आज की भी गई है और अगला चुनाव चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के तौर पर लडूं.'

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क्या राजनीति के चलते हुआ था तलाक? 

वहीं बात करें उनके नीजि जीवन की तो 2003 में उनके तलाक के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर में बताया गया था कि उनके पति लोकेश ने अलका पर अपने ससुराल में खराब व्यवहार और राजनीति के लिए उनके फ्लैट पर कब्जा जमाने का आरोप लगाया था.

दरअसल अलका और लोकेश की लव कम अरेंज मैरिज हुई थी. शादी से उनका एक बेटा भी है. खबरों की मानें तो लोकेश को इस बात से शिकायत थी कि अलका अपने राजनीतिक करियर के चलते घर पर ध्यान नहीं दे रही हैं. इसके बाद 2003 में दोनों का तलाक हो गया. इसके बाद टीओआई की रिपोर्ट में बताया गया की लोकेश ने आऱोप लगाया है कि अलका ने ससुराल में खराब व्यवहार किया और राजनीति के लिए उनके फ्लैट पर कब्जा जमा लिया.