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भारत में इजरायलियों को निशाना बना सकते हैं अल-कायदा और आईएस

कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के मसले पर भारत का इजरायल द्वारा समर्थन किए जाने के बाद से आतंकी संगठन इसका बदला लेने के लिए ऐसी साजिश रच रहे हैं.

Updated on: 26 Sep 2019, 05:58 PM

highlights

  • अल-कायदा और आईएस इजरायली समुदाय को आतंकी हमलों का निशाना बना सकते हैं.
  • सितंबर से अक्टूबर माह में यहूदी समुदाय से जुड़ी तीन बड़ी छुट्टियां पड़ती हैं.
  • कश्मीर से धारा 370 हटाने पर भारत के समर्थन का बदला लेना चाहते हैं इजरायल से.

नई दिल्ली:

खुफिया संस्थाओं ने आगाह किया है कि अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े वैश्विक आतंकी संगठन सितंबर-अक्टूबर माह में इजरायली समुदाय को आतंकी हमलों का निशाना बना सकते हैं. इस अवधि में इजरायली समुदाय के लोग धार्मिक-सामाजिक कारणों से बड़ी संख्या में एकत्र होकर आयोजनों का आनंद लेते हैं. इस बारे में इनपुट प्राप्त होने के बाद खुफिया एजेंसियों ने उन राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया है, जहां इजरायली समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं.

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तीन बड़े पर्व आ रहे हैं यहूदियों से जुड़े
गौरतलब है कि सितंबर से अक्टूबर माह में यहूदी समुदाय से जुड़ी तीन बड़ी छुट्टियां पड़ती हैं. इनकी शुरुआत यहूदियों के नव वर्ष (रोश हशाना) से होती है, जिसे 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक मनाया जाता है. इसके बाद यहूदियों के सबसे पवित्र दिन योम किपूर आते हैं, जो 8 और 9 अक्टूबर को मनाया जाता है. फिर बारी आती है सुकौत की, जिसे 13 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक मनाया जाता है.

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कश्मीर पर इजरायल के समर्थन का लेना है बदला
पता चला है कि विदेशी खुफिया एजेंसियों ने ऐसे इनपुट देश की खुफिया संस्थाओं से साझा किए हैं कि अल-कायदा और आईएस से जुड़े आतंकी संगठन इस दौरान नई दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास पर बड़ा आतंकी हमला कर सकता है. इसके अलावा आतंकियों के निशाने पर ऐसे स्कूल औऱ होटल भी हैं, जहां इजरायली लोग बड़ी संख्या में आते-जाते हैं. इस खुफिया इनपुट्स में दावा किया गया है कि कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के मसले पर भारत का इजरायल द्वारा समर्थन किए जाने के बाद से आतंकी संगठन इसका बदला लेने के लिए ऐसी साजिश रच रहे हैं.

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सुरक्षा व्यवस्था की गई कड़ी
सितंबर-अक्टूबर माह में पर्व-त्योहार पड़ने से इजरायली समुदाय के लोग बड़ी संख्या में एकत्र होकर इनका आनंद लेते हैं. इसके लिए वे उन स्थानों पर बड़ी संख्या में एकत्र होते हैं जो इजरायली लोगों के लिए धार्मिक या सामाजिक लिहाज से महत्व के होते हैं. ऐसे में इजरायली दूतावास समेत यहूदियों के धार्मिक स्थल, स्कूल, रेस्त्रां और होटल आतंकियों के निशाने पर हैं. इस तरह के आतंकी हमलों से जुड़ी सूचनाओं को वैश्विक खूफिया संस्थाओं ने स्थानीय खुफिया संस्थाओं से साझा किया है. इसके बाद ऐहितियाती कदम उठाते हुए छाबर हाउस समेत दूतावास और अन्य इजरायली स्थानों की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है.