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डोकलाम सीमा विवाद के एक साल बाद चीनी सैनिकों ने फिर की घुसपैठ, लद्दाख में 400 मीटर अंदर तक पहुंचे

करीब एक साल बाद चीनी सैनिकों ने एक बार फिर से घुसपैठ की कोशिश की है। करीब एक साल पहले चीन की सेना ने डोकलाम इलाके में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई थी।

Updated on: 14 Aug 2018, 11:50 AM

नई दिल्ली:

देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस से पहले चीन ने एक बार फिर भारतीय इलाकों में घुसपैठ करने की कोशिश की है। रिपोर्ट की माने तो चीनी सैनिक करीब 4057 किमी लंबे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) में लद्दाख सीमा से 400 मीटर अंदर तक पहुंच गए थे। खबरों की माने तो करीब एक साल बाद चीनी सैनिकों ने एक बार फिर से घुसपैठ की कोशिश की है। करीब एक साल पहले चीन की सेना ने डोकलाम इलाके में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई थी।

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सोमवार को दोनों सेनाओं के बीच ब्रिगेडियर स्तर पर हुई वार्ता के बाद चीनी सैनिकों ने अपने तीन टेंट को हटा लिया है। हालांकि अभी भी दो टेंट मौजूद हैं।

हालांकि भारतीय सेना अभी भी इस मामले को लेकर कुछ भी कहने से इंकार कर रही है। भूटान और चीन के बीच डोकलाम को लेकर विवाद है और दोनों देश मुद्दे को सुलझाने के लिए वार्ता कर रहे हैं।

आपको बता दें कि पिछले साल 16 जून से 73 दिन तक भारत और चीन के सैनिक सिक्किम सेक्टर के डोकलाम में तब-तक आमने सामने रहे थे जब तक भारतीय पक्ष ने विवादास्पद ट्राई जंक्शन में चीन की सेना की ओर से हो रहे सड़क निर्माण के कार्य को रोक नहीं दिया था।

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डोकलाम विवाद को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोक सभा में कहा था कि भारत-चीन के बीच 'परिपक्व कूटनीति' के माध्यम से डोकलाम मुद्दा सुलझा लिया गया है। इसके बाद से संबंधित क्षेत्र में यथास्थिति बरकरार है।

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स्वराज ने लोक सभा में कहा था, 'वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच हुई बैठक का कोई विशेष एजेंडा नहीं था। अनौपचारिक मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच आपसी समझ, आपसी सुख-साधन और पारस्परिक विश्वास को सुनिश्चित करना था और तीनों मकसद को हासिल किया गया है।'