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4 दशकों की सेवा के बाद नौसेना प्रमुख सुनील लांबा कल होंगे रिटायर, जानिए उनके बारे में

नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा 31 मई को रिटायर हो जाएंगे. वह चार दशकों से अपनी सेवाएं भारतीय नौसेना में दे रहे थे. वह भारतीय नौसेना के 23वें प्रमुख थे.

Updated on: 30 May 2019, 05:47 PM

नई दिल्ली:

नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा 31 मई को रिटायर हो जाएंगे. वह चार दशकों से अपनी सेवाएं भारतीय नौसेना में दे रहे थे. वह भारतीय नौसेना के 23वें प्रमुख थे. 

एडमिरल लांबा नेशनल डिफेंस अकादमी-खडगवासला,डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज- वेलिंगटन, कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट-सिकदंराबाद और रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज-लंदन में अध्ययनरत रहे हैं और एडमिरल लांबा को अपने कार्यकाल में समुद्र के साथ-साथ, संचालन, प्रशिक्षण और तीनों सेवाओं में नियुक्ति के क्षेत्र में विशाल अनुभव रहा है. फ्लैग रैंक पर प्रोन्नत होने से पहले एडमिरल लांबा भारतीय सैन्य बलों के अधिकारियों के लिये व्यवसायिक प्रशिक्षण, भविष्य में नेतृत्व क्षमता का विकास और कौशल विकास के क्षेत्र में गहराई से जुड़े रहे.

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फ्लैग रैंक पर प्रोन्नत होने के बाद एडमिरल लांबा ने नौसेना में कई महत्वपूर्ण पदों का कार्यभार संभाला, इनमें चीफ ऑफ स्टाफ, दक्षिणी कमान, फ्लैग ऑफिसर सी ट्रैनिंग और महाराष्ट्र और गुजरात के लिये फ्लैग ऑफिसर कमाडिंग का पद सम्मिलित है. 31 मई, 2016 को नौसेना प्रमुख का पद संभालने से पहले एडमिरल लांबा नौसेना की दक्षिणी और पश्चिमी कमान के प्रमुख थे. उन्होंने 01 जनवरी, 2017 को चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के चेयरमैन का पदभार ग्रहण किया था.

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नौसेना प्रमुख एडमिरल लांबा के अपने कार्यकाल के दौरान भारतीय नौसेना के संचालन, प्रशिक्षण और संगठनात्मक ढांचे मे सुधार संबंधी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए. इनमें जून, 2017 में भारतीय नौसेना की मिशन आधारित तैनाती सम्मिलित थी. इसके अंतर्गत नौसेना के जहाज किसी भी आपात घटनाक्रम में तैनाती के लिये सर्वप्रथम उपलब्ध रहते है.

एडमिरल लांबा ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत की रक्षा कूटनीति को नई दिशा देते हुए भारतीय नौसेना द्वारा अन्य देशों की नौसेना के साथ सहयोग को बढ़ाते हुए कई कदम उठाए. एडमिरल लांबा के नेतृत्व में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत कई कार्यक्रमों को लागू किया और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिये रक्षा खरीद मे स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिये कई सिफारिशें की. इस समय नौसेना के लिए 49 पोत और पनडुब्बियां निर्माणाधीन हैं. इनमें पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत “विक्रांत” भी सम्मिलित है.

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श्रीमती रीना लांबा 31 मई, 2016 से नेवी वाईफ वेलफेयर एसोसिएशन की प्रमुख रही श्रीमती लांबा ने महिला सशक्तिकरण और कल्याणकारी योजनाओं का सफलता पूर्वक संचालन किया और इसके अंतर्गत नेवी वाईफ वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रतिष्ठित संस्थानों टाटा इंस्टीटयूट ऑफ सोशल साइंस और इनलिंगवा के साथ सफलतापूर्वक सहयोग किया.

उनके कुशल दिशा निर्देशों के तहत सभी नौसेना कर्मियों और उनके आश्रितों को शैक्षणिक सामग्री और परीक्षा तैयारियों के लिये ऑनलाइन प्लेटफार्म “प्रेपमंत्रा एप” का शुभांरभ हुआ. महिला स्वास्थ्य मुख्य ध्यान केंद्रित करते हुए श्रीमती लांबा ने नेवी वाईफ वेलफेयर एसोसिसियशन के सदस्यों के वार्षिक स्वास्थ्य जांच के लिये वेलवुमन क्लीनिक की शुरूआत की.