ब्रह्मोस सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण, वायुसेना की ताकत बढ़ी
कार निकोबार द्वीप समूह में 22 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट में इसका परीक्षण किया गया
highlights
- ब्रह्मोस सुपर सोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
- वायुसेना ने किया परीक्षण
- तीनों सेना बल ने किए थे संयुक्त अभ्यास
नई दिल्ली:
ब्रह्मोस सुपर सोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. 22 मई को दोपहर 2 बजकर 50 मिनट में इसका परीक्षण किया गया. कार निकोबार द्वीप समूह से इसका टेस्ट किया गया. भारतीय सेना की पूर्वी कमान की एक यूनिट द्वारा 270 किलोमीटर की दूरी से इसका परीक्षण किया गया. इसके लिए एक विशेष रूप से रेंज तैयार किया गया था. इसके लिए थल सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से अभ्यास किए थे.
A BrahMos Supersonic Cruise Missile was successfully test-fired, on a specially designed target chosen at a range of 270 Km, by a Unit of Eastern Command, Indian Army from Car Nicobar Islands at 2:50 pm on May 22, as part of joint training by Army, Indian Navy & Indian Air Force
— ANI (@ANI) May 24, 2019
वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक 290 किलोमीटर तक मार कर सकने में सक्षम ब्रह्मोस मिसाइल के एयर वर्जन का जल्द विकास करने के लिए वायुसेना पूरी कोशिश कर रही है. ये मिसाइल जमीन पर मौजूद टारगेट को ध्वस्त कर सकेगा. बालाकोट में वायुसेना ने ऐसा ही एयर स्ट्राइक किया था. इस मिसाइल का इस्तेमाल शुरू होने के बाद विमानों को दुश्मन की सीमा में जाने की जरूरत भी नहीं होगी. ब्रह्मोस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद भारत बालाकोट जैसे एयर स्ट्राइक देश में बने हथियारों की मदद से ही कर सकने में सक्षम होगा.
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बता दें कि पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर स्ट्राइक के लिए भारत ने इजरायल में बने स्पाइस-2000 बम का इस्तेमाल किया था. इसे मिराज फाइटर प्लेन से गिराया गया था.
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