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यशवंत सिन्हा ने कहा-मौजूदा सरकार के लिए पूर्ण बजट पेश करना असंवैधानिक

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के लिए चुनावी वर्ष में लेखानुदान के बदले पूर्ण बजट पेश करना असंवैधानिक होगा.

Updated on: 28 Jan 2019, 11:55 PM

नई दिल्ली:

पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के लिए चुनावी वर्ष में लेखानुदान के बदले पूर्ण बजट पेश करना असंवैधानिक होगा. इंडियन वूमेन प्रेस कॉर्प्स (आईडब्ल्यूपीसी) में मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान सिन्हा ने कहा, 'ऐसी खबर मिल रही है कि सरकार इस साल पूर्ण बजट और आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने की योजना बना रही है. सरकार के लिए यह असंवैधानिक है. इसको ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है.'

दो बार देश के वित्तमंत्री रहे सिन्हा ने कहा, 'अगर वह ऐसा करती है तो यह लंबी संवैधानिक परंपरा को तोड़ने वाली यह पहली सरकार होगी। मेरी जानकारी में किसी सरकार ने कभी लेखानुदान के साथ वित्त विधेयक पेश नहीं किया है.'

उन्होंने कहा कि परंपरा के अनुसार, अंतरिम बजट में सरकार कोई नई सेवा शामिल नहीं करती है और न ही वित्त विधेयक लाती है या फिर आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है.

उनसे जब पूछा गया कि क्या संविधान में ऐसा कुछ प्रावधान है जो सरकार को चुनावी साल पूर्ण बजट पेश करने से रोक सकता है तो सिन्हा ने कहा, 'संविधान की परंपरा उतनी महत्वपर्ण है जितना उसमें लिखा शब्द और इसके लिए संविधान में अनुच्छेद 116 किसलिए है?'

वहीं बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने यहां सोमवार को ये भी कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा के सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस मजबूत होगी, और वह अपना एक प्रभाव छोड़ चुकी हैं.

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सिन्हा ने यहां मीडिया के साथ एक बातचीत में कहा, 'जो भी खबर मुझे मिल रही है, ऐसा लगता है कि वह मतदाताओं पर अपना एक प्रभाव छोड़ चुकी हैं। वह अभी सक्रिय नहीं हुई हैं, लेकिन जब वह सक्रिय होंगी तो उनके व्यक्तित्व का असर और ज्यादा होगा.'

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रियंका के आने से मजबूत होगी, लेकिन क्या मजबूत कांग्रेस सपा-बसपा के वोट काटेगी, या भारतीय जनता पार्टी का, यह देखना अभी बाकी है.