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वर्ल्ड फूड इंडिया: 918 किलो खिचड़ी तैयार कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज

दिल्ली के इंडिया गेट पर चल रहे इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल 'वर्ल्ड फूड इंडिया' के दूसरे दिन 918 किलो खिचड़ी बनने का रिकॉर्ड कायम हुआ।

Updated on: 04 Nov 2017, 08:36 PM

highlights

  • इंडिया गेट पर चल रहे इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल 'वर्ल्ड फूड इंडिया' के दूसरे दिन 918 किलो खिचड़ी बनने का रिकॉर्ड कायम हुआ
  • बाबा रामदेव ने कहा कि इस व्यंजन पर जोर देने से विश्व बाजार में भारतीय भोजन को नया सम्मान मिलेगा

नई दिल्ली:

दिल्ली के इंडिया गेट पर चल रहे इंटरनेशनल फूड फेस्टिवल 'वर्ल्ड फूड इंडिया' के दूसरे दिन 918 किलो खिचड़ी बनने का रिकॉर्ड कायम हुआ। इस खिचड़ी को मशहूर शेफ संजीव कपूर की देखरेख में 50 शेफ ने मिलकर तैयार किया।

इस खिचड़ी को तैयार कर भारत ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया।

इस खास मौके पर केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर, केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और योगगुरु बाबा रामदेव भी मौजूद थे, जिन्होंने मिलकर खिचड़ी में छौंका लगाया।

खिचड़ी को एक बड़ी स्टील हांडी में इंसुलेटेड कढ़ाई स्टीम के जरिये पकाया गया, जिसमें 500 किलो चावल, 300 किलो दाल, 100 किलो घी और बाकी सभी मसालों का उपयोग किया गया। बता दें कि इस मौके पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे।

इस खिचड़ी को गैरसरकारी संगठन की मदद से हजारों लोगों और गरीब बच्चों में बांटा गया। खिचड़ी बनने के बाद इसका वजन भी किया गया।

तीन दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम (3-5 नवंबर) में निवेशकों और बड़ी फूड कंपनियों के कारोबारियों की मेजबानी के लिए रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को इस फेस्टिवल का उद्घाटन किया था।

बता दें कि इस कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय और सीआईआई मिलकर किया जा रहा है।

इस मौके पर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए हमारा मकसद खिचड़ी को विश्व स्तर पर बढ़ावा देना है। इसमें प्रयोग होने वाले चावल, बाजरा, रागी, ज्वार और अमरनाथ के बाजार को बढ़ावा मिलेगा जिसका सीधा फायदा भारतीय किसानों को होगा।

वहीं इस मौके पर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि इस व्यंजन पर जोर देने से विश्व बाजार में भारतीय भोजन को नया सम्मान मिलेगा।

रामदेव ने कहा, 'सूक्ष्म पोषक तत्वों की उच्च संख्या की वजह से यह भारतीयों का सुपर खाना है और अंतर्राष्ट्रीय सुपर भोजन बनने की क्षमता रखता है।'

उन्होंने कहा, 'हमने खिचड़ी को विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए इस्तेमाल किया है ताकि यह दिखाया जाए कि हमारे व्यंजन विविध हो सकते हैं लेकिन हमारे पास एक समानता है।'

इससे पहले शुक्रवार दिन में पंतजलि और केंद्र सरकार के बीच 10,000 करोड़ रुपये के एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

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