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World Elder Abuse Awareness Day: सोशल मीडिया के चलते बुजुर्गों की हो रही है अनदेखी

भारत के घरों में आज भी तीन पीढ़ियों एक साथ रहती दिख जाएंगी। लेकिन एक क्रूर सच ये है कि इनकी संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है।

Updated on: 15 Jun 2018, 03:17 PM

ऩई दिल्ली:

भारत के घरों में आज भी तीन पीढ़ियों एक साथ रहती दिख जाएंगी। लेकिन एक क्रूर सच ये है कि इनकी संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है।

अपने से बड़ें-बुजुर्गों के पैरो में स्वर्ग देखने की बातें करने वाले इस देश के घरों में अब मां-बाप को रखने की जगह कम पड़ती जा रही है। विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर हेल्प एज इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पहले के मुकाबले बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं बढ़ी हैं।

सर्वे के अनुसार लगभग एक चौथाई बुजुर्ग आबादी को व्यक्तिगत तौर पर उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। इसमें यह भी पता चला कि दुर्व्यवहार के शिकार 82 फीसदी बुजुर्ग परिवार की खातिर इसकी शिकायत नहीं करते या वह यह नहीं जानते कि समस्या से किस प्रकार निपटा जा सकता है।

इस सर्वे के नतीजे देश के 23 राज्यों में 5014 बुजुर्गों से बातचीत के आधार पर निकाला गया है।

मंगलोर है टॉप पर

इस सर्वे में मेट्रों शहरों से लेकर छोटे शहर तक साबित है। जिसमें सबसे बदतर स्थिति कर्नाटक के मंगलौर की है। यहां 47 फीसदी बुजुर्ग अपनों की अनदेखी का शिकार हैं। वहीं, अहमदाबाद दूसरे (46 फीसदी), भोपाल तीसरे (39 फीसदी), अमृतसर चौथे (35 फीसदी) और दिल्ली पांचवें स्थान (33 फीसदी) पर है।

पहली बार सोशल मीडिया भी बना कारण
सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसे वीडियो सामने आये जहां किसी बुजुर्ग के साथ किये गए दुर्व्यवहार के खिलाफ लोग एक जुट होकर सामने आते है। पर सर्वे के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर अधिक ध्यान देने के वजह से बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है और घर में उनके साथ समय नहीं बिताया जाता है। 78 फीसदी बुजुर्गों के अनुसार बच्चे उन्हें समय न देकर फोन और कम्प्यूटर से चिपके रहते हैं। टोकने पर अभद्रता तक पर उतारू हो जाते हैं।

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बहुएं नहीं बेटे भी करते है दुर्व्यवहार
इस रिपोर्ट में बुजुर्गों ने ये भी माना है कि दुर्व्यवहार करने में बहुओं से ज्यादा बेटे शामिल है। पहले के सर्वेक्षणों में पाया गया कि बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों में सबसे आगे बहुएं होती हैं। 25 प्रतिशत बुजुर्गों ने बेटे और बहुओं की उपेक्षा के साथ ही अभद्र व्यवहार, आर्थिक शोषण, मारपीट का शिकार होने की बात कुबूली। 

प्रापर्टी भी विवाद
दुर्व्यवहार की सबसे बड़ी वजह प्रॉपर्टी होती है। वहीं 17 फीसदी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाने की वजह से दुर्व्यवहार किया जाता है।

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