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CRPF हमले के बाद करतारपुर पर पाकिस्तान से बात नहीं करने के फैसले के खिलाफ सिद्धू, कहा फिर सोचे सरकार

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए खतरनाम हमले में 42 जवानों के शहीद होने के बाद पूरे देश में गम और गुस्सा का माहौल है और जनता सरकार से बदला लेने की मांग कर रही है

Updated on: 15 Feb 2019, 05:55 PM

नई दिल्ली:

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए खतरनाम हमले में 37 जवानों के शहीद होने के बाद पूरे देश में गम और गुस्सा का माहौल है और जनता सरकार से बदला लेने की मांग कर रही है. देश के आमलोगों की भावना को समझते हुए मोदी सरकार ने भी पाकिस्तान से हर तरह के रिश्ते को तोड़ने का फैसला किया है जिसमें करतारपुर कॉरिडोर पर होनेवाली बातचीत भी शामिल है. लेकिन सरकार के इस फैसले से कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू खुश नजर नहीं आ रहे हैं.

सिद्धू ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा, 'इस रक्तपात का करतापुर से क्या लेना-देना है ? यह लोगों के दिलों को जोड़ता है. जब कोई व्यक्ति वहां जाता तो वह इन चीजों से बिल्कुल अलग हो जाता है. मुझे लगता है हमें इस पर विचार करना चाहिए और समल्या का मूल कारण ढूंढ कर उसे उखाड़ फेंकना चाहिए'.

इससे पहले पुलवामाम में हुए आतंकी हमले और उनके पाकिस्तान दौरे पर जाने को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो वो पाकिस्तान पर बोलने से बचते हुए नजर आए और कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म, मजहब या फिर देश नहीं होता है. हमें बातचीत के जरिए इसे सुलझाना चाहिए.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर (Jammu&Kasmir) के पुलवामा जिले में गुरुवार को सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ था. पाकिस्तान में बैठे जैश-ए-मोहम्मद ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हुए हैं. यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा इलाके में हुआ. पुलिस सूत्रों ने कहा है कि एसयूवी चला रहे फिदायीन हमलावर ने दोपहर करीब 3:15 बजे अपने वाहन से सीआरपीएफ (CRPF) की बस में टक्कर मारी थी.