logo-image

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल पर ममता एक कदम आगे और दो कदम पीछे की नीति पर

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल पर ममता एक कदम आगे और दो कदम पीछे की नीति पर

Updated on: 16 Jun 2019, 06:29 AM

highlights

  • पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने की प्रेस कांफ्रेंस
  • ममता ने कहा कि वो डॉक्टर्स से मिलना चाहती थी
  • ममता ने कहा राज्य सरकार ने उनके खिलाफ कोई पुलिसिया कार्रवाई नहीं की

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की है. इस प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने डॉक्टरों को बुलाया था लेकिन वो नहीं आए. मैंने अपने तरफ से इस मामले को हल करने की पूरी कोशिश की है. कई राज्यों में एस्मा लागू कर हड़ताल खत्म की गई है लेकिन हमने ऐसा नहीं किया है क्योंकि हम लोकतंत्र में यकीन रखते हैं, लेकिन ऐसा कब तक चलता रहेगा. मैने उन्हें नाबाना में बुलाया था ये एक सेक्रेट्रिएट है इसका अपना एक सम्मान है लेकिन डॉक्टर्स मीटिंग के लिए नहीं पहुंचे.

ममता ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार राज्य आवश्यक कदम उठाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. राज्य ने निजी अस्पताल में भर्ती जूनियर डॉक्टर के चिकित्सा उपचार के सभी खर्चों को वहन करने का निर्णय लिया है.

यह भी पढ़ें- कुमार विश्वास ने ममता बनर्जी को कहा सनकी शासिका, डॉक्टर्स से काम पर लौटने की अपील की

ममता बनर्जी ने आगे कहा कि मैने उनके (डॉक्टर्स) खिलाफ कोई पुलिसिया कार्रवाई नहीं की है, मैं उन्हें काम में शामिल होने की अपील कर रही हूं, अगर वे नहीं चाहते कि मेरे साथ कोई चर्चा हो तो वे मेरे राज्यपाल से बात कर सकते हैं या वे मेरे मुख्य सचिव से बात कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- बिहार में इंसेफेलाइटिस से अबतक 73 बच्चों की मौत, राज्य और केंद्र सरकार हुई एक्टिव