ब्रिटेन के वित्त मंत्री ने माल्या के प्रत्यर्पण पर बोलने से किया इनकार, कहा-कोर्ट के ऑर्डर के बाद होगा फैसला
भारत सरकार ने ब्रिटिश से माल्या के प्रत्यर्पण की मांग की है।
नई दिल्ली:
ब्रिटिश फाइनैंस मिनिस्टर फिलिप हैमंड ने भारतीय उद्योगपति विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर फिलहाल कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई भी फैसला ब्रिटिश कोर्ट के ऑर्डर के बाद ही लिया जा सकता है।
बता दें कि माल्या पर भारत के कई बैंकों से कर्ज़ लेने का आरोप है। आंकड़ों के मुताबिक माल्या ने बैंकों से करीब 9 हजार करोड़ रुपए कर्ज लिए थे। लेकिन वो मार्च 2016 में देश छोड़कर लंदन चले गए थे।
भारत दौरे पर आए ब्रिटेन के वित्त मंत्री फिलिप नौवीं ब्रिटेन-भारत आर्थिक और वित्तीय वार्ता में शामिल होने आए थे। भारत सरकार ने ब्रिटिश से माल्या के प्रत्यर्पण की मांग की है। जिस पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।
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हैमंड ने कहा कि जहां तक मुझे पता है एक मामले में प्रत्यर्पण का आग्रह किया गया है। यह मामला अदालत में है। वह इस पर चर्चा नहीं कर पाएंगे। मंत्रियों को इस पर चर्चा नहीं करनी चाहिए। यह अदालत का मामला है।
Extradition request for Vijay Mallya been made by India.Will be proper for ministries to discuss it: UK Chancellor of Exchequer P Hammond pic.twitter.com/6FXTCNAqhp
— ANI (@ANI_news) April 4, 2017
माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस पर 9,000 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी माल्या से कोर्ट में पेश होने को कहा था। भारत ने इस साल 8 फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था।
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