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योगी आदित्यनाथ से मीट व्यापारियों की अपील- राष्ट्र के लिए लड़ें, गोश्त के लिए नहीं

हम पाकिस्तान के खिलाफ योगी जी की लड़ाई में उनका समर्थन करेंगे। लेकिन अगर वह (योगी आदित्यनाथ) गोश्त के लिए लड़ते हैं, तो हम इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे।

Updated on: 27 Mar 2017, 12:38 PM

highlights

  • लखनऊ के टुंडे कबाब में काम करने वाले कर्मचारी का कहना है कि लोग अभी भी हमारे पास आते हैं, लेकिन निराश होकर लौट जाते हैं
  • वर्तमान परिस्थितियों के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, हम इससे बेहद परेशान हैं: मीट व्यापारी
  • इस व्यवसाय से कई परिवारों का जीवनयापन होता है, इनके बंद होने जाने से हम सभी अब बेरोजगार हो गए हैं: मीट व्यापारी

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के अवैध बूचड़खानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई से मीट कारोबारियों में व्यापक आक्रोश देखने को मिल रहा है। उन्होंने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है।

प्रदेश के मीट व्यापारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से देश के लिए लड़ने की अपील की है, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर वह 'गोश्त' के लिए खिलाफ जाएंगे, तो हम अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

एएनआई के अनुसार मीट व्यापारियों ने कहा, 'योगी आदित्यनाथ को राष्ट्र के लिए लड़ना चाहिए 'गोश्त' के लिए नहीं, बहुत से लोग भोजन के बिना मर रहे हैं, वे जो चाहते हैं उन्हें नहीं मिल पा रहा है। हम पाकिस्तान के खिलाफ योगी जी की लड़ाई में उनका समर्थन करेंगे। लेकिन अगर वह (योगी आदित्यनाथ) गोश्त के लिए लड़ते हैं, तो हम इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाएंगे।

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वहीं दूसरी ओर लखनऊ के टुंडे कबाब में काम करने वाले मेरठ के एक कर्मचारी का कहना है कि जब मीट ही उपलब्ध नहीं होगा, तो हम कबाब कैसे बना सकते हैं। लोग अभी भी हमारे पास आते हैं, लेकिन निराश होकर लौट जाते हैं।

मीट व्यापारियों ने बताया कि उन्हें वर्तमान परिस्थितियों के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वह इससे बेहद परेशान हैं।

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एक अन्य मीट व्यापारी ने कहा, 'किसी और की गलती भुगतान हमें करना पड़ रहा है, इस व्यवसाय से कई परिवारों का जीवनयापन होता है। इनके बंद होने जाने से हम सभी अब बेरोजगार हो गए हैं।'

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मीट कारोबारी सरकार के फैसले के खिलाफ सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। मीट कारोबारियों का सरकार पर यह भी आरोप है कि नगर निगम उनकी दुकान का लाइसेंस रिन्यू नहीं कर रहा है।

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